NEWS7AIR

तीन दिवसीय ‘मेरा टीवी फिल्म फेस्टिवल’ का शानदार आगाज़

​पारंपरिक छऊ और पाईका नृत्य से अतिथियों का स्वागत; ऑस्कर की दौड़ में शामिल फिल्म 'ह्यूमन इन द लूप' से ओपनिंग

​रांची: ​झारखंड में फिल्म संस्कृति को बढ़ावा देने और क्षेत्रीय फिल्मकारों को वैश्विक पहचान दिलाने के उद्देश्य से ‘मेरा टीवी फिल्म फेस्टिवल’ के द्वितीय संस्करण का शानदार आगाज़ शुक्रवार को ऑड्रे हाउस में हुआ। तीन दिवसीय इस फेस्टिवल का शुभारंभ पारंपरिक नृत्यों की प्रस्तुति और देश के विभिन्न हिस्सों से आए फ़िल्म जगत के अतिथियों द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन के साथ किया गया।

​उद्घाटन सत्र में हैदराबाद के फ़िल्म डायरेक्टर आनंद सागर, रांची के राजीव सिन्हा, मासकॉम की एचओडी नेहा तिवारी, प्रोड्यूसर बजाज के आनंद जी, ओटीटी फाउंडर कौशिक दास, कोलकाता के रजत जी, फिल्म प्रोड्यूसर बीजू टोप्पो समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

​रंगारंग पारंपरिक नृत्यों से हुआ अतिथियों का स्वागत

​फेस्टिवल के द्वितीय संस्करण के शुभारंभ पर देश के विभिन्न हिस्सों से आए अतिथियों के स्वागत के लिए ख़ास सांस्कृतिक मंच तैयार किया गया था। सरायकेला के ललित कुमार महतो के नेतृत्व में कलाकारों ने छऊ नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी, वहीं सोनाहातु के कलाकारों ने सूजान महतो के नेतृत्व में पाईका नृत्य का प्रदर्शन कर अतिथियों का ज़ोरदार स्वागत किया।

​ऑस्कर की रेस में शामिल फिल्म ‘ह्यूमस इन द लूप’ की ओपनिंग स्क्रीनिंग

​फिल्म फेस्टिवल की ओपनिंग स्क्रीनिंग झारखंड में बनी चर्चित फिल्म ‘ह्यूमस इन द लूप’ से की गई। 74 मिनट की इस फिल्म का निर्देशन अरुन्या सिन्हा ने किया है। फिल्म के निर्माता बीजू टोप्पो ने इस अवसर पर फिल्म पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि यह फिल्म ऑस्कर की रेस में शामिल है और इसमें आदिवासी जीवन दर्शन, एआई (आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस) के मिक्स तथा झारखंड की खूबसूरत वादियों की झलक दिखाई गई है। फिल्म को जोन्हा क्षेत्र में तैयार किया गया है और इसे सभी दर्शकों ने खूब सराहा। ​इसके अलावा, सौरव सुमन झा व सहाब द्वारा तैयार किए गए झारखंड की हरियाली और प्राकृतिक सौंदर्य पर आधारित गीत ‘सोना कर झारखंड…’ को भी स्क्रीन पर दिखाया गया, जिसने खूब वाहवाही बटोरी।

​ओटीटी फाउंडर कौशिक दास से ‘मालिपुट मेलोडीज’ पर ख़ास बातचीत

​फेस्टिवल में ओड़िया फिल्म ‘मालिपुट मेलोडीज’ की स्पेशल स्क्रीनिंग भी रखी गई, जिसका प्रदर्शन इस साल 56वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया, गोवा में भी किया गया था। स्क्रीनिंग के बाद इस फिल्म के निर्माता श्री कौशिक दास के साथ बातचीत का सत्र आयोजित किया गया। श्री दास ओडिशा के ओटीटी प्लेटफॉर्म ‘आओ नेक्स्ट’ के संस्थापक हैं। उन्होंने कहा कि उनका प्लेटफॉर्म 5 साल से काम कर रहा है और मेरा टीवी जैसा मंच झारखंड के युवाओं के लिए भी प्रतिभा दिखाने का बेहतरीन माध्यम बनेगा।

​इस दौरान, प्रतियोगी फ़िल्मों की स्क्रीनिंग भी जारी रही, जिसके अंतर्गत शॉर्ट फिल्म, डॉक्यूमेंट्री, मोबाइल फिल्म, फीचर फिल्म और एआई फिल्मों को ऑडी 2 में प्रदर्शित किया गया।

कैनवस पर उकेरी गईं दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र की फिल्में

​ऑड्रे हाउस परिसर में दिग्गज फिल्म अभिनेता धर्मेंद्र की फिल्मों के पोस्टर लगाए गए थे। उनके सामने कलाकारों ने कैनवस पर उनकी रोचक तस्वीरों और फिल्म पोस्टरों को रंगों से रूप दिया। जमशेदपुर के तपन राय ने ‘बगावत’ और ‘जुगनू’ का पोस्टर बनाया, जबकि एस सोरेन ने ‘रज़िया सुलताना’, सौरव ने ‘शिकार’, सपना ने ‘चरस’ और लक्ष्मी ने ‘धर्मवीर’ फिल्म के पोस्टर को कैनवस पर उकेरा।

​’मेरा टीवी’ युवाओं को मंच देने वाला प्लेटफॉर्म: वक्ता

​मंच पर मौजूद वक्ताओं ने ‘मेरा टीवी’ के आयोजकों कुमार विवेक और कुमार विशाल की पहल की सराहना की।
​नेहा तिवारी (एचओडी, मासकॉम): “कुमार विवेक और कुमार विशाल की जोड़ी ने कमाल किया है। इस प्लेटफॉर्म के ज़रिए झारखंड के युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का अच्छा अवसर मिलेगा। इस समय मेरा टीवी में 200 सिनेमा मौजूद हैं, जो जल्द ही हज़ारों की संख्या पार करेंगे।”
​राजीव सिन्हा (डायरेक्टर): “झारखंड में प्रतिभा की कमी नहीं है। युवा कार्टून फिल्म, एड फिल्म और छोटी फिल्में बनाते हैं, पर उन्हें सही जगह नहीं मिल पाती। यह प्लेटफॉर्म उनके लिए एक बेहतरीन मंच साबित होगा।”

​रजत जी (कोलकाता डायरेक्टर): “फिल्म फेस्टिवल हमें एक-दूसरे से जोड़ते हैं। मेरा टीवी की यह पहल सभी को मिलने-जुलने और नए हुनर व आईडिया की जानकारी प्राप्त करने का अवसर देती है।”

​​कार्यक्रम के दूसरे दिन (शनिवार) को राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता और प्रख्यात निर्देशक नितिन चंद्रा अपनी चर्चित फिल्म ‘जैक्सन हॉल्ट’ के साथ विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित होंगे और दर्शकों के साथ फिल्म पर चर्चा करेंगे।

You might also like
Leave A Reply

Your email address will not be published.