रांची: भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् के सहयोग से चलनेवाली मक्का सम्बन्धी अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना के तहत बिरसा कृषि विश्वविद्यालय में चल रहे शोध कार्य का अनुश्रवण करने आयी आइसीएआर की मोनिटरिंग टीम ने तीन दिनों तक झारखण्ड में हो रहे कार्यों का अनुश्रवण किया तथा बीएयू के प्रयासों की सराहना की.
टीम ने 15 अक्टूबर को विश्वविद्यालय के पश्चिमी प्रक्षेत्र में लगे मक्का के 20 प्रयोगों का निरीक्षण किया तथा फसल विकास को बहुत अच्छा बताया I टीम ने 16 अक्टूबर को भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, गौरिया करमा, हजारीबाग के शोध कार्यों की समीक्षा की I शुक्रवार 17 अक्टूबर को टीम ने बीएयू द्वारा जनजातीय उप योजना के तहत गुमला जिला के जारी गाँव में चलाये जा रहे अनुसंधान एवं विकास कार्यों का अनुश्रवण किया I परमवीर चक्र विजेता लांस नायक अल्बर्ट एक्का के जन्मस्थान जारी को बीएयू ने आदर्श गाँव के रूप में विकसित करने हेतु अंगीकृत किया है तथा सैंकड़ो किसानों को मक्का का उन्नत बीज एवं अन्य उपादान वितरित किया है I
अनुश्रवण टीम में गोविन्द वल्लभ पन्त कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पंतनगर, उत्तराखंड के मुख्य वैज्ञानिक डॉ एनके सिंह, भारतीय मक्का अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद की डॉ पीएल सौजन्या, बिधान चन्द्र कृषि विश्वविद्यालय, कल्याणी, पश्चिम बंगाल की डॉ श्राबनी देबनाथ तथा पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के डॉ महेश कुमार शामिल थे I
बीएयू के पौधा प्रजनन एवं आनुवंशिकी विभाग की अध्यक्ष एवं मक्का परियोजना की प्रधान अन्वेषक डॉ मणिगोपा चक्रवर्ती तथा सस्यविद डॉ चंद्रशेखर सिंह ने टीम को प्रयोगों से सम्बंधित आवश्यक जानकारी दी I टीम ने अनुसंधान निदेशक डॉ पीके सिंह से भी मुलाक़ात की तथा शोध प्रगति पर प्रसन्नता व्यक्त की I बीएयू में मक्का अनुसंधान सम्बन्धी यह परियोजना वर्ष 2005 से चल रही है I