Ranchi: मनरेसा हाउस डा कामिल बुल्के पथ परिसर में स्थित डा कामिल बुल्के की प्रतिमा पर माल्यार्पण पुष्पांजलि अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई।
संत ज़ेवियर्स कालेज के पूर्व प्राचार्य डा पा क्लेमेंट एक्का ने श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि डा कामिल बुल्के ने देश को शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान दिया है। फा क्लेमेंट एक्का ने बताया कि छोटानागपुर के सुदूर जंगलों में घूम घूम कर डा कामिल बुल्के ने आदिवासियों को बहुत नजदीक से जाना और समझा था. डा कामिल बुल्के ने हिंदी और संस्कृत में सिद्धहस्त हासिल किया और रामायण का अनुवाद भी किया।
टीएसी के पूर्व सदस्य रतन तिर्की ने कहा कि डा बुल्के तुलसीदास के भक्त के रूप में याद किए जाते हैं जो अपने आप में आपसी प्रेम सौहार्द सद्भाव और एकता को दर्शाता है। रतन तिर्की ने कहा जल्द ही डा कामिल बुल्के पथ चर्च चौराहे में डा कामिल बुल्के की प्रतिमा लगाई जायेगी। इसके लिए कार्य शुरू कर दिया गया है।
आल इंडिया क्रिश्चियन माइनोरिटी फ्रंट के महासचिव प्रवीण कच्छप ने कहा कि डा कामिल बुल्के के आदर्शों पर चलकर ही हम शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ सकतें हैं। प्रवीण कच्छप ने कहा कि आज़ डा कामिल बुल्के को राजकीय सम्मान दिये जाने की मांग को लेकर सरकार से मांग की जायेगी।
मनरेसा हाउस में श्रद्धांजलि श्रद्धासुमन अर्पित करने वालों में ऑल इंडिया क्रिश्चियन माइनॉरिटी फ्रंट के प्रदेश महासचिव और रांची लोकसभा पूर्व प्रत्याशी प्रवीण कच्छप,फा क्लेमेंट एक्का,टीएसी पूर्व सदस्य रतन तिर्की, प्रोफेसर ब्लासियुस पन्ना,पतरस तिर्की, विवेक टोप्पो,स्वपलीन बाड़ा,संजय कुजूर और प्रो हेमंत टोप्पो और आदिवासी व्यवसाई विकास मिंज प्रमुख थे।