रांची: नगड़ी जमीन बचाओ संघर्ष समिति के तत्वाधान में कृषि योग भूमि जबरन हड़पने की विरोध में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन राज भवन के समक्ष भीमा पाहन की अध्यक्षता में संपन्न हुई और संचालन विकास टोप्पो ने की l
इस महाधरना में राज्य के कोने-कोने से विभिन्न सामाजिक अथवा एवं राजनीतिक अगुवा शामिल हुए और सरकार के खिलाफ अपनी बात कही और धरना के माध्यम से वक्तागण ने कहा कि राज्य सरकार भूमि अधिग्रहण कानून 2013 का पालन नहीं किया जा रहा है और जबकि भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के अनुसार 70% ग्रामीणों की सहमति बिना अधिग्रहण नहीं किया जा सकता है l अब तक की नगड़ी जमीन पर अधिक ग्रहण करने का कोई लेखा-जोखा नहीं हैl इस जमीन चली जाएगी तो हम समझते हैं,कि हजारों परिवार विस्थापित हो जाएंगे,क्योंकि खेती करने के लिए उनके पास और जीवन यापन का एकमात्र साधन नगडी की कृषि योग भूमि हैl इसलिए नागडी जमीन बचाओ संघर्ष समिति ने कहा की किसी भी कीमत पर कृषि योग्य भूमि हमलोग नहीं देंगेl .
हेमंत सोरेन सरकार नगडी में किसी योग्य भूमि को लूट के लिए तानाशाह की तरह काम कर रही है l आदिवासी समाज विकास के विरोधी नहीं है l रिम्स 2 के भी हम लोग विरोधी नहीं है,लेकिन सरकारी जमीन पर बनना चाहिए और बहुत सारे ऐसी जमीन रांची मे हैं l वहां अधिग्रहण करना चाहिए l आदिवासियों का विस्थापन हुआ है लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हुआ जैसे- एइसी,टाटा जमशेदपुर,बोकारो स्टील सिटी मे अभी तक विस्थापन का समस्या समाधान नहीं हुआ हैं l इसलिए राज्य सरकार को संज्ञान लेकर के इस नगड़ी में कृषि योग्य भूमि है उनको रैयतो के लिए छोड़ देनी चाहिए l
नगडी जमीन बचाओ संघर्ष समिति ने महामहिम राज्यपाल से अपील की है की नगडी जमीन को बचाने के लिए हस्तक्षेप करें l अन्यथा सभी लोग विस्थापित हो जाएंगे आंदोलन तेज किया जायेगा सभा कर खेती क़र नगडी जमीन पर कब्जा करने का काम करेगी l
धरना के उपरांत राजपाल महोदय को ज्ञापन सौंप गईl इस कार्यक्रम में सर्वश्री पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव पूर्व मंत्री देव कुमार धान भारत आदिवासी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष प्रेम शाही मुंडा,निरंजना हेरेंज,कुंदर्शी मुंडा, सेलिना लकड़ा,आकाश तिर्की राहुल तिर्की,बलकु उरांव,संदीप तिर्की नगडी के रैयत विकास टोप्पो, सीता कच्छप लक्ष्मी मुंडा, हर्षिता मुंडा, सीता कच्छप,अनुराधा टोप्पो,सरोज गाड़ी, मनुजला टोप्पो, पार्वती गाड़ी, प्रीति टोप्पो, गीता टोप्पो छाया टोप्पो सहित सैकड़ो रैयत शामिल हुए और अपनी बात रखी l