यदि दम है तो न्यायालय के शरण में जाकर आदिवासियों को हिंदू के श्रेणी में मानने और आदिवासियों को हिंदू कहने वालों के खिलाफ केस दर्ज करे : सन्नी उरांव
रांची: राष्ट्रीय आदिवासी मंच के अध्यक्ष सन्नी उरांव ने तथा कथित केन्द्रीय सरना समिति और उनके अध्यक्ष फूलचंद तिर्की सहित उन तमाम लोगों को खुली चुनौती देते हुए कहा है कि उलुल जुलुल बातें कर आदिवासी समाज को गुमराह ना करेंत तथा गलत राजनीति न करें। उन्होंने ने कहा कि वे सही मायने में अगर विरोध कर रहे हैं और दम है तो न्यायालय के शरण में जाकर आदिवासियों को हिंदू के श्रेणी में मानने और आदिवासियों को हिंदू कहने वालों के खिलाफ केस दर्ज करे। उन्होंने कहा कि पाहन महासम्मेलन से ईसाई और उनके दलालों की नींव हिला हुआ है.
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डीलिस्टिंग को लेकर उरांव ने कहा कि ये कानून भी जल्द लागू होगा क्योकि आदिवासी समाज इस विषय को लेकर पुरे देश में आंदोलन कर रहा है कि। उन्होंने के कहा कि ईसाई , मुस्लिम धर्म अपना कर अल्पसंख्यक बन चुके हैं वैसे लोगों को आदिवासी होने का लाभ से वंचित होना ही पड़ेगा। उन्होंने के कहा कि डीलिस्टिंग का ईसाइयों से ज्यादा उनके दलाल विरोध कर रहे हैं। डीलिस्टिंग की बात शुरू होते ही पूरे झारखंड में आज आदिवासी अपने मूल रीति रिवाज रूढ़ी परंपरा संस्कृति में वापसी कर रहे हैं।