बोकारोः बीएसएल में नियोजन की मांग को लेकर गुरुवार को हुए लाठीचार्ज में युवक प्रेम महतो की मौत के बाद आज बोकारो बंद का एलान किया गया है। जेएलकेएम के सुप्रीमो जयराम महतो ने बोकारो बंद की घोषणा की है .बंदी के दौरान बंद समर्थकों ने देर रात कई गाड़ियों में लगाई आग। बोकारो में अभी भी स्थिति बेकाबू जगह-जगह अभी भी प्रदर्शनकारी डटे हुए हैं, एक बाइक में भी लगा दी गई आग ,सभी चौक चौराहों को कर दिया गया है बंद। बोकारो के उग्र विस्थापितों ने तेनु नहर को दो जगह काटा, पानी का हो रहा है बहाव। बोकारो शहरी इलाके में उत्पन्न हो सकता है जल संकट, तेनुघाट डैम से नहर के रास्ते होती है बोकारो में पानी की सप्लाई।
सेल बोकारो ने भी जानकारी साझा करते हुए कहा है
बोकारो इस्पात संयंत्र एक थर्मो सेंसिटिव प्लांट है जिसके अंदर संवेदनशील गैस पाइपलाइन का नेटवर्क है जिसे 24 घंटे कड़े सेफ्टी प्रोटोकॉल में रखा जाता है ताकि गैस पाइपलाइन नेटवर्क सुरक्षित रहे. बोकारो इस्पात संयंत्र के सभी गेट जाम कर दिये जाने की वजह से लगभग 5000 लोग प्लांट में 18 घंटे से अधिक समय से भूखे- प्यासे अंदर फंसे हैं. ऐसी स्थिति में प्लांट के सभी Blast Furnace के साथ -साथ अन्य प्रमुख उत्पादन इकाइयां जैसे कोक ओवन , सिंटर प्लांट, एस एम एस, हॉट स्ट्रिप मिल भी कल रात से ही पूरी तरह से बंद हो गए हैं. गौरतलब है कि प्रमुख उत्पादन इकाइयों के बंद होने से संवेदनशील गैस पाइपलाइन के सेफ्टी प्रोटोकॉल को कायम रखने में भी कठिनाई आ रही है हालांकि भूखे- प्यासे और रात भर जगे होने के बावजूद सभी कर्मी अभी तक यथासंभव सेफ्टी प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित कर रहे है. पर यदि यही स्थिति आगे भी बनी रहती है तो सेफ्टी प्रोटोकॉल का पालन करना मुश्किल हो जाएगा जिससे प्लांट और शहर की सेफ्टी पर गंभीर खतरा उत्पन्न होने की संभावना है.
इस गंभीर स्थिति को देखते हुए जन हित में आंदोलनकरियों से प्लांट गेट से अविलम्ब जाम हटाने की अपील की गई है.
बोकारो स्टील प्लांट के चीफ जनरल मैनेजर हरिमोहन झा गिरफ्तार
बोकारो स्टील प्लांट के चीफ जनरल मैनेजर हरिमोहन झा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कल हुई पूरी घटना की संपूर्ण जिम्मेदारी इनकी मानते हुए उनकी गिरफ्तारी की गई है। इस बीच स्टील प्लांट प्रबंधन ने विस्थापित अप्रेंटिस संघ की सभी मांगों को मान लिया है। ट्रेनिंग पूरा कर चुके प्रशिक्षकों को बीएसएल प्रबंधन 21 दिनों में पद सृजित कर तीन माह के अंदर उन्हें नियुक्ति देगा। इसके साथ ही प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए कोचिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। मृतक के परिजनों को 20 लख रुपए मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नियोजन दिया जाएगा। प्रबंधन घायलों का मुफ्त उपचार और ₹10,000 मुआवजा भी देगा। जिले की उपायुक्त ने अपर समाहर्ता और अनुमंडल पदाधिकारी को प्रत्येक महीने इन आश्वासनों का अनुसरण कर अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। डीसी और एसपी ने जिले वासियों से अपील की है कि वह शांति बनाए रखें और सौहार्द पूर्ण माहौल में पर्व मनाए।