रांची: संगठन सृजन 2025 अभियान के तहत “मंथन” का दूसरा दिन आज दो सत्रों में संपन्न हुआ। जिसमें अल्पसंख्यक विभाग, अनुसूचित जाति,अनुसूचित जनजाति,ओबीसी,सहकारिता विभाग आरजीपीआरएस एवं किसान कांग्रेस तथा द्वितीय सत्र में एनएसयूआई यूथ कांग्रेस महिला कांग्रेस सेवादल इंटक के प्रतिनिधि शामिल हुए।
बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी श्री के राजू उपस्थित थे,जबकि बैठक की अध्यक्षता प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री केशव महतो कमलेश ने किया।
केशव महतो कमलेश ने परिचय के पश्चात बैठक की विषय वस्तु के संबंध में विस्तार पूर्वक बताते हुए सत्र के औचित्य पर प्रकाश डाला।
बैठक में उपस्थित प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए श्री के राजू ने कहा की बैठक में उपस्थित सभी विभागों का एक ही लक्ष्य है समाज के मुद्दे पर लोगों को संगठित कर उनकी मांगों पर काम करना ताकी लोगों को पता चले की सभी विभाग अपने अपने विभाग से जुड़े समुदायों लिए काम कर रहे है। हमें झारखंड को मॉडल बनाना है ताकि देश के अन्य राज्यों से लोग यहां आकर आपके विभाग के काम करने के तरीकों का अध्ययन करें। केंद्र सरकार द्वारा पारित वक्फ बिल से लोगों के दिलों पर चोट है यह अल्पसंख्यकों के अधिकारों के खिलाफ षड्यंत्र है,विपक्ष की अनुशंसाओं पर ध्यान नहीं दिया गया। अगले 4 वर्षों में अल्पसंख्यकों के मुद्दे पर काम करने हेतु कई विषय हैं। केंद्र सरकार अल्पसंख्यक विरोधी मानसिकता रखती है,इसका खुलकर विरोध करना चाहिए।
हमें कार्य करने के तरीकों में बदलाव लाना होगा,हर विभाग को अपने समुदाय के मुद्दों के लिए संघर्ष करना होगा। संविधान में एससी एसटी के लिए शिक्षा रोजगार और स्थानीय निकायों में आरक्षण का प्रावधान है सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार ट्रिपले टेस्ट कराकर स्थानीय निकायों में ओबीसी के आरक्षण को सुनिश्चित करना है। ओबीसी विभाग के ऊपर भी बड़ा दायित्व है,अनुसूचित जनजाति विभाग को आदिवासियों से जुड़े हर मामले की पूरी जानकारी रखनी होगी। पेसा कानून के प्रावधानों का गहराई से अध्ययन करना होगा ताकि समाज को इसका फायदा मिले। झारखंड में कांग्रेस के लिए जीवन मरण का प्रश्न है कि किस तरह अनुसूचित जाति सहित अन्य समुदायों का झुकाव कांग्रेस की ओर बढ़े ताकि हमारा स्ट्राइक रेट बेहतर हो हम अधिकतर सिटें जीत सके। यह सर्वेक्षण और अध्ययन का समय है, अगले चार वर्षों में हमें जमीनी जुड़ाव रखना होगा। हमें गठबंधन और सरकार में मजबूत पार्टनर बनना होगा ताकि साथी दलों का भी हमारी मजबूती का भरोसा कायम रहे। विभिन्न विभागों के लोग उस विभाग से जुड़े समुदायों के लिए काम करके राजनीतिक लाभ ले सकते हैं,विभागों को मुख्य कांग्रेस पर निर्भर नहीं रहना है। सभी विभागों के अध्यक्ष एक साथ मिलकर जिलों का दौरा करें पदाधिकारी को नियुक्ति पत्र प्रदान करें एक साथ चलने से संदेश जाएगा कि बहुजन कांग्रेस है सभी का कांग्रेस है। भाजपा आरक्षण की सीमा कम करने के लिए कार्य कर रही है, वह संविधान बदलना चाहती है। संविधान को निर्ममता से कुचलने का प्रयास किया जा रहा है,हमें संविधान बचाने के लिए संघर्षरत रहना होगा।
श्री केशव महतो कमलेश ने कहा कि यह पांच दिनों तक चलने वाला मंथन है इसका परिणाम 100 दिनों के बाद मिलेगा इसमे अमृत निकलेगा। आपको मिलने वाले टास्क से अगले 100 दिनों में संगठन का भविष्य तय होगा झारखंड कांग्रेस की मजबूती के लिए आगामी 100 दिन अत्यंत महत्वपूर्ण है। समयबद्ध योजनाओं के अनुसार तय लक्ष्य कि अगर प्राप्ति होती है निश्चित रूप से परिणाम हमारे अनुकूल होगा।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप बालमुचू ने कहा कि हम अपने कोर वोटर से दूर होते जा रहे हैं हमें अपनी कमियों को तलाशना होगा, अपने वोट शेयर को बढ़ाना है। ओबीसी और एससी समुदाय के लोगों को साथ लाना होगा,उनकी मूल समस्याओं को जानना होगा संगठन के माध्यम से उनकी समस्याओं का समाधान करना होगा ताकि हमारे उपर उनका विश्वास पुनर्स्थापित हो सके।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि यह मंथन आपके मुद्दों पर हो रहा है बैठक में आपके मुद्दों पर बात हो रही है,संगठन के द्वारा अपने आप को इतना मजबूत करें की आपको दरकिनार नहीं किया जा सके। कार्य करने वालों को हमेशा सम्मान मिला है। संगठन में काम करने के लिए पहली बार यह मौका है कि आप अपनी क्षमता के अनुसार स्वमूल्यांकन कर प्रदेश कांग्रेस में पद के लिए आवेदन करें।आगामी 100 दिनों में हमें मुद्दों पर ही बात करनी है अपने-अपने विभागों से संबंधित सरकार के निर्णय हो या अन्य मुद्दों पर गहरी नजर रखनी है। अपने-अपने विभागों में समुदाय विशेष के सामाजिक व्यक्तित्व को जोड़ने का काम करें और उनके अनुभवों का लाभ लें।
कार्यकारी अध्यक्ष श्री बंधु तिर्की ने कहा कि अनुसूचित जाति मे 21 उपजातियां हैं, कुछ समुदायों को दलित वर्ग से हटा दिया गया आज वह कहीं नहीं है। अनुसूचित जाति के नेताओं को दलित समुदाय का अधिकारों के लिए लड़ना होगा। अनुसूचित जाति विभाग को जिलावार नेताओं की सूची बनानी होगी उनके लिए संघर्ष करने पर यह समुदाय आपके साथ होगा। झारखंड में 32 तरह के आदिवासी हैं लेकिन हम हर जिले प्रखंड में अपनी कमिटी का गठन नहीं कर पाए हैं। आदिवासियों के अधिकार के लिए कांग्रेस ने वन अधिकार कानून,पेसा कानून जैसे अनेक कानून दिए लेकिन हम उनके बीच अपने उपलब्धियों को नहीं ले जा सके, इसी तरह ओबीसी में भी अनेक उपजातियां हैं लेकिन इस समुदाय को हम जोड़ने में असफल रहे हैं जबकि भाजपा द्वारा ओबीसी आरक्षण 27% से घटकर 14% किया गया। आरक्षण कम करने के बावजूद यह वर्ग भाजपा के साथ है। भाजपा के धोखे को ओबीसी समुदाय पहचान नहीं पाया। सच्चाई को समझ कर हमें संघर्ष करना होगा आगामी 100 दिनों का टास्क आपके नेतृत्व क्षमता को निखारने के लिए और संगठन की मजबूती के लिए दिया गया है।
सुबोधकांत सहाय ने कहा की संगठन की मजबूती के लिए मुद्दों को जानना होगा संगठन का मूल मंत्र है कि हमें किन मुद्दों पर कार्य करना है उसकी गहराई से जानकारी रखनी होगी। मुद्दों के आधार पर संगठन की समितियों का गठन करना चाहिए। लोगों को कांग्रेस पर भरोसा है लेकिन हम उन तक पहुंच नहीं पा रहे लोगों तक पहुंचने की जरूरत है, मुद्दे भी मिलेंगे समाधान भी होगा संगठन भी बढ़ेगा। संगठन मजबूत होगा तो तय लक्ष्य प्राप्त होगा।
बैठक में सतीश पॉल मुजनी, अमूल्य नीरज खलको, सोनाल शांति,कमल ठाकुर, रियाज अंसारी,अभिलाष साहू,गजेंद्र सिंह,मंजूर अंसारी,केदार पासवान,सुरेंद्र यादव,सुनीत शर्मा शांतनु मिश्रा, बबलू शुक्ला युवा कांग्रेस की सुश्री शशि सिंह अभिजीत राज, राजेश सिन्हा
सन्नी,अभिनव सिद्धार्थ,उज्जवल तिवारी,कुमार रौशन,कुलदीप कुमार,रवि,गुंजन सिंह,विनय उरांव,राकेश्वर पांडे उपस्थित थे।