रांची: दो बहनों ने प्रेम विवाह करने के लिए अपने अपहरण की अफवाह फैलाकर पुलिस को गुमराह करने का असफल प्रयास किया।
इसका खुलासा तब हुआ जब पुलिस ने 11 जनवरी की दोपहर से लापता दो बहनों को बरामद करने के बाद पांच लोगों को गिरफ्तार किया। ये दोनों बहनें हिंदपीढ़ी स्थित अपने घर से यह कहकर निकली थीं कि वे कांटा टोली स्थित मंगल टाउन में अपना आधार कार्ड अपडेट कराने जा रही हैं।
गिरफ्तार किए गए लोगों में मोहम्मद इस्माइल, जुनैद आलम, मजहर आलम, इमरान खान और काशिद फिरोज शामिल हैं। सभी की उम्र 20 से 25 वर्ष के बीच है। कर्नाटक निवासी इस्माइल को छोड़कर बाकी सभी झारखंड के निवासी हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) चंदन कुमार सिन्हा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि मामले की गुत्थी कैसे सुलझाई गई, “हमने कर्नाटक पुलिस की मदद से कर्नाटक के गंगावती से बहनों को बरामद किया। यह अपहरण का मामला नहीं था, बल्कि भागने का मामला था। हमने अपहरण का रंग देने में शामिल लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों बहनों से अभी पूछताछ होनी है, लेकिन उन्होंने यह बात स्वीकार की है कि उन्होंने मोहम्मद इस्माइल के बहकावे में आकर यह सब किया।”
एसएसपी सिन्हा ने बताया कि लड़कियों को बूटी मोड़, ओरमांझी, सिकिदिरी, चितरपुर, कोडरमा और वाराणसी के रास्ते गंगावती ले जाया गया।
इस संबंध में 11 जनवरी को अपहरण का मामला दर्ज किया गया था, जिसमें कहा गया था कि एक ऑटोरिक्शा चालक ने लड़कियों का अपहरण किया है। इस पर एसएसपी सिन्हा ने कहा: “पूरे मामले में ऑटोरिक्शा का कोई इस्तेमाल नहीं हुआ है। लड़कियों ने पहले से तय तरीके से रांची से निकलने के लिए ऑल्टो कार का इस्तेमाल किया।”
मामले से जुड़े एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “बड़ी बहन रहनुमान परवीन (20) का इस्माइल से प्रेम संबंध था और वह उससे शादी करना चाहती थी। उसकी छोटी बहन अमरीना परवीन (18) ने इस काम को पूरा करने में उसकी मदद की। अपहरण की पूरी कहानी इसी के लिए रची गई थी।”