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अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के रजत जयंती प्रदेश अधिवेशन में राज्यपाल संतोष गंगवार

Ranchi: धनबाद के के.के. पॉलिटेक्निक कॉलेज में चल रहे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद झारखंड प्रदेश के तीन दिवसीय रजत जयंती प्रदेश अधिवेशन का आज झारखंड के महामहिम राज्यपाल श्री संतोष गंगवार जी की उपस्थिति में उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से मुख्य अतिथि राज्यपाल संतोष गंगवार जी, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय मंत्री क्षमा शर्मा जी,विशिष्ट अतिथि आईएसएम धनबाद के निदेशक प्रो. सुकुमार मिश्र , धनबाद के सांसद ढुल्लू महतो जी, स्वागत समिति के अध्यक्ष रवि चौधरी जी ,स्वागत समिति के मंत्री मुकेश पांडे जी, प्रदेश अध्यक्ष डॉ मौसमी पाल जी एवं प्रदेश मंत्री श्री मनोज सोरेन जी के द्वारा विधिवत रूप से मां सरस्वती और स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा के समक्ष दीप एवं पुष्पांजलि अर्पित कर उद्घाटन किया गया।

उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए महामहिम राज्यपाल ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद एक ऐसा छात्र संगठन है जिससे समाज का हर वर्ग जुड़कर कार्य करना चाहता है। मुझे इस बात का अफसोस है कि मैं विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता के नाते अपने छात्र जीवन में कार्य नहीं कर पाया लेकिन आज जबकि इस अधिवेशन में अतिथि के नाते उपस्थित होना हुआ है तो गर्व की अनुभूति हो रही है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी परिषद राज्य के शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है और हम सभी मिलकर शिक्षा क्षेत्र में झारखंड में एक सकारात्मक माहौल स्थापित करने का कार्य करेंगे।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय मंत्री क्षमा शर्मा ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि देश में कहीं भी जब छात्र हित का हनन होता है तो छात्र समुदाय उम्मीद भरी नजरों से विद्यार्थी परिषद की ओर देखता है। उन्होंने कहा कि आज के वर्तमान दौर में छात्राओं को सशक्त करने के लिए और बंगाल में जिस प्रकार की असामाजिक घटनाएं लगातार बढ़ रही है उसको देखते हुए छात्राओं को मिशन साहसी के माध्यम से आत्मरक्षा के शिक्षा दी जा रही है ताकि सरकार की नाकामी होने पर राज्य की छात्राएं स्वयं अपनी सुरक्षा कर सकें।

उद्घाटन सत्र में युवाओं को संबोधित करते हुए स्वागत समिति के अध्यक्ष रवि चौधरी जी ने संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड का या रजत जयंती अधिवेशन यहां के छात्र युवाओं को अपने हक व झारखंड के अस्मिता संस्कृति को बचाने के लिए जागृत करने वाला अधिवेशन है। उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का एक-एक कार्यकर्ता अपने सभ्यता अपनी संस्कृति को आत्मसात कर राष्ट्र पुनर्निर्माण के उद्देश्य के लिए एक-एक परिसर में पूरी तन्मयता के साथ लगा रहता है।

आईएसएम धनबाद के निदेशक प्रोफेसर सुकुमार मिश्रा ने कहा कि आज के टेक्नोलॉजी के इस दौर में युवा विभिन्न माध्यमों से अपने करियर को एक नई दिशा दे सकता है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता परिसर में विभिन्न रचनात्मक कार्यक्रमों के माध्यम से नवाचार के साथ युवा किस क्षेत्र में अपना करियर चुने इस हेतु वर्ष भर सकारात्मक दिशा में प्रयत्न करते रहते हैं।

 

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