राँची: मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन नव वर्ष के पहले दिन आज खरसावां गोलीकांड के अमर वीर शहीदों के सम्मान में खरसावां स्थित शहीद स्मारक में माल्यार्पण कर उन्हें अपनी भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित किया।
उन्होंने कहा कि हर वर्ष की भांति एक बार फिर आज यहां हम सभी एकत्र हुए हैं और आगे भी एकत्रित होते रहेंगे। उन्होंने ने कहा कि “यह दिन खरसावां गोलीकांड के अमर वीर शहीदों के प्रति सम्मान और आदर के साथ उनके दिखाए पथ पर आगे बढ़ने के संकल्प लेने का दिन है। खरसावां का शहीद स्मारक आदिवासी समुदाय के हक- अधिकार को लेकर किए गए संघर्ष और शहादत का प्रतीक है। हमारे आदिवासियों और मूलवासियों का जीवन हमेशा से संघर्षमय रहा है। इन्हीं के संघर्ष और शहादत की वजह से ही आज हमारी पहचान है। हमारे ये शहीद स्थल सदैव हमारे मार्गदर्शक रहेंगे,”
मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी समुदाय का हमेशा से प्रकृति के साथ गहरा जुड़ाव रहा है.। जल -जंगल और जमीन की रक्षा के लिए वे शुरू से संघर्ष करते रहे हैं। आज अगर प्रकृति के प्रति लगाव को लेकर आदिवासी समुदाय के पद चिन्हों पर चलते हुए उसका अनुसरण कर रहे होते तो प्राकृतिक आपदाओं तथा पर्यावरण संरक्षण की खातिर इतनी जद्दोजहद नहीं करनी पड़ती।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खरसावां शहीद स्मारक को विश्व पटल पर एक अलग पहचान दिलाएंगे ताकि आने वाली वाली पीढ़ी अपने इन वीर शहीदों से भली- भांति वाकिफ रहें और उनके बताये राह पर आगे बढ़ें।
मंत्री दीपक बिरुवा, मंत्री रामदास सोरेन, सांसद जोबा मांझी, विधायक कल्पना सोरेन, विधायक दशरथ गागराई, विधायक सविता महतो एवं विधायक जगत मांझी समेत अनेकों विशिष्ट जन तथा हजारों की संख्या में लोगों ने शहीद स्थल को नमन कर अमर वीर शहीदों को सुमन- अर्पित किए।