रांची: पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय मनमोहन सिंह न सिर्फ़ एक विश्व प्रसिद्ध अर्थशास्त्री ही थे, बल्कि आज़ देश में बह रही आर्थिक सुधारों के जनक भी. पहले बतौर वित्त मंत्री और फ़िर प्रधानमंत्री,उन्होंने देश में गिरती हुई अर्थव्यवस्था को ही नहीं संभाला,बल्कि कई अन्य क्षेत्रों में अभूतपूर्व सुधार कर नई योजनाएं प्रारंभ की.देश में बढते राजस्व घाटे को उन्होंने रोक कर उसमें नई जान फूंकी.
ये उदगार आज़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने डॉक्टर सिंह को गुरु सिंह सभा, गुरुद्वारा,महात्मा गांधी मार्ग में डॉक्टर सिंह की शोक सभा के लिए आयोजित बैठक में व्यक्त किए.इस अवसर पर झारखंड सिख फेडरेशन की ओर से विशेष दीवान सजाया गया था.
धन्यवाद ज्ञापन अल्पसंख्यक आयोग,झारखंड सरकार के उपाध्यक्ष एवं फेडरेशन के महासचिव ज्योति सिंह मथारु ने दिया.उन्होंने कहा कि स्वर्गीय मनमोहन सिंह ने सूचना,शिक्षा,भोजन का अधिकार,मनरेगा तथा आधार कार्ड जैसे पांच क्रांतिकारी कार्यक्रम प्रारंभ किए.सभा को गगनदीप सेठी,परमजीत सिंह टिंकू ने भी संबोधित किया. मंच संचालन प्रोफ़ेसर हरविंदर वीर सिंह ने किया.
आज़ की बैठक में फेडरेशन के अध्यक्ष अमरजीत सिंह धूरा, अध्यक्ष,गुरुद्वारा गुरमीत सिंह,मार्केटिंग बोर्ड के अध्यक्ष रविंद्र सिंह,चेयरमैन,युवा आयोग अध्यक्ष कुमार गौरव उपाध्यक्ष,अल्पसंख्यक आयोग शमशेर आलम,सतीश पॉल मुंजनी,कमल ठाकुर, विनय सिन्हा दीपू,अरुण चावला हरजीत सिंह स्विंकी, प्रीतपाल सिंह,गोल्डी सिंह,जयदीप चढ्ढा,रंजीत सिंह,ऋषि छाबड़ा,त्रिलोचन अकाली, कुलवंत सिंह,राजेंद्र सिंह सहित बड़ी संख्या में महिलाएं एवं अन्य उपस्थित थे.