रांची: एक तरफ उद्यमियों को लोन लेने में दिक्कत हो रही है, वहीं बैंक कर्मी सरकारी अधिकारियों से मिलीभगत कर पैसे की हेराफेरी कर रहे हैं।
यह बात तब सामने आई जब झारखंड ऊर्जा विभाग से 100 करोड़ की फर्जी निकासी के मामले में विशेष जांच दल (एसआइटी) ने शनिवार को 37.18 लाख रुपये बरामद किए और एक को गिरफ्तार किया।
एटीएस एसपी ऋषभ झा के नेतृत्व में एसआइटी की टीम ने कार्रवाई की। गिरफ्तार किए गए व्यक्ति का नाम आवेश लकड़ा है, जो रांची के ओबेरिया रोड स्थित एकता नगर का रहने वाला है। एसआइटी की टीम ने इस मामले में अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा 1.23 करोड़ रुपये नकद और 16.70 लाख रुपये के जेवरात बरामद किए गए हैं। इसके अलावा अब तक 350 अलग-अलग बैंक खातों को फ्रीज किया जा चुका है।
क्या है पूरा मामला
झारखंड पर्यटन विकास निगम लिमिटेड (जेटीडीसी) के नाम पर फर्जी खाता खोलकर उसमें 10.40 करोड़ रुपये ट्रांसफर करने का मामला सामने आया है। इसको लेकर धुर्वा थाने में गिरजा प्रसाद, आलोक कुमार और अमरजीत कुमार के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। तीन अक्टूबर को झारखंड पर्यटन विकास निगम लिमिटेड के जीएम फाइनेंस ने नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर 10.4 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी कर निकासी की शिकायत दर्ज कराई थी और झारखंड विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के मास्टर ट्रस्ट ने फर्जी खाते से नौ करोड़ रुपये की धोखाधड़ी कर निकासी की शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद चार अक्टूबर को झारखंड ऊर्जा उत्पादन निगम लिमिटेड ने पोर्टल पर 40.5 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी कर निकासी की शिकायत दर्ज कराई थी और झारखंड विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के मास्टर ट्रस्ट ने फर्जी खाते से 56.5 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी कर निकासी की शिकायत दर्ज कराई थी।