रांची: राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने आज आर्यभट्ट सभागार, राँची में राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) द्वारा आयोजित ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान के समापन समारोह (17 सितम्बर से 1 अक्टूबर, 2024 ) को संबोधित करते हुए सभी नागरिकों से आह्वान किया कि वे स्वच्छता को अपने दैनिक जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाएं और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के स्वच्छ और स्वस्थ भारत के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में सक्रिय योगदान दें। उन्होंने कहा कि स्वच्छता केवल सफाई का कार्य नहीं, बल्कि यह एक स्वस्थ और समृद्ध समाज की नींव है। उन्होंने सभी से अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ और सुरक्षित बनाने का संकल्प लेने का आह्वान किया।
राज्यपाल ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी का जीवन स्वच्छता और सादगी का प्रतीक था। उनका जीवन हमें सिखाता है कि स्वच्छता केवल एक बाहरी सफाई नहीं है, बल्कि यह हमारे आंतरिक मन और समाज का भी प्रतिबिंब है। उन्होंने स्वच्छता को एक स्वस्थ समाज के लिए अनिवार्य माना। ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान पूज्य बापू की इसी विचारधारा पर आधारित है, जिसका उद्देश्य प्रत्येक नागरिक में स्वच्छता के प्रति जागरूकता उत्पन्न करना है।
उन्होंने ‘स्वच्छ भारत अभियान’ की 10वीं वर्षगांठ का भी उल्लेख करते हुए कहा कि वर्ष 2014 में माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा प्रारम्भ ‘स्वच्छ भारत अभियान’ आज एक जन आंदोलन बन चुका है और लोगों को स्वच्छता हेतु प्रेरित करता है।
माननीय राज्यपाल ने एनएसएस स्वयंसेवकों का इस अभियान में सक्रिय भागीदारी हेतु सराहना की। उन्होंने कहा कि समाज में स्वच्छता का सकारात्मक संदेश पहुँचाना भावी पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा का कार्य करेगा। उक्त अवसर पर रांची विश्वविद्यालय, रांची के कुलपति डॉ० अजीत कुमार सिन्हा, एन.एस.एस., रांची के समन्वयक डॉ० ब्रजेश कुमार, राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों, विश्वविद्यालय के पदाधिकारीगण व कर्मी मौजूद थे।