रांची: झारखंड की राजधानी के मध्य में सुखदेव नगर थाना क्षेत्र के मधुकम में शुक्रवार सुबह सिविल कोर्ट के वकील गोपाल कृष्ण (45) की उनके घर के पास चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई, जिससे न्यायिक कार्य प्रभावित हुआ।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना उस समय हुई, जब पिछले 15 वर्षों से सिविल कोर्ट में वकालत कर रहे वकील अपने आवास के पास खड़े थे।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा ने घटना की पुष्टि की। उन्होंने घटना की पुष्टि करते हुए कहा, “हमलावर की पहचान और गिरफ्तारी के निर्देश दिए गए हैं। अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है।”
शाम 5.30 बजे तक इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज नहीं की जा सकी थी।
इस बीच रांची जिला बार एसोसिएशन के महासचिव संजय कुमार विद्रोही ने मामले में उचित कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए कार्ययोजना पर चर्चा के लिए एक आपातकालीन आम बैठक बुलाई। इसमें निर्णय लिया गया कि जब तक अपराधी की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, अधिवक्ता न्यायालय में उपस्थित नहीं होंगे।
इस घटना को लेकर अधिवक्ताओं ने जोरदार हंगामा किया है। आक्रोशित अधिवक्ताओं ने शुक्रवार दोपहर से न्यायिक कार्य से खुद को अलग रखने का निर्णय लिया है। उन्होंने हत्यारे की तत्काल गिरफ्तारी की मांग उठाई है,” सिविल कोर्ट के अधिवक्ता धीरज कुमार ने हत्या पर अधिवक्ता की प्रतिक्रिया साझा करते हुए कहा।
जब मामला महाधिवक्ता राजीव रंजन के समक्ष पहुंचा, तो उन्होंने हत्या पर संवेदना व्यक्त की और राज्य के डीजीपी से मामले में तत्काल कार्रवाई करने को कहा।
राज्य पुलिस मुख्यालय के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि महाधिवक्ता ने व्यक्तिगत रूप से डीजीपी अनुराग गुप्ता से कहा कि अधिवक्ता गोपाल कृष्ण के हत्यारों को जल्द से जल्द पकड़ा जाए और इस घटना की त्वरित जांच कर दोषियों को सलाखों के पीछे डाला जाए।