राँची: पेड़ बचाने ले लिए दुनिया परेशान है लेकिन आज गंगा दशहरा के अवसर पर हरमू आवासीय परिसर में भीषण गर्मी में 30-30 साल पुराने हरे भरे पेड़ को मशीन से काटा जा रहा है। इसके लिए झारखंड राज्य आवास बोर्ड को दोषी ठहराया जा सकता जा सकता है क्योंकि बोर्ड ओपन स्पेस को घर बनाने के लिये बेच रहा है। अपार्टमेंट बना रहा है। वन विभाग की इस मामले में निष्क्रियता इसमें आग में घी का काम कर रही है। समय रहते यदि जोरदार कार्रवाई नही की गई तो हरमू आवासीय परिसर अपर बाजार, हिंदपीढ़ी, विद्यनागर, खेत मोहल्ला जैसे अवासीय क्षेत्र में तब्दील हो जाएगा। लोग व्यक्तिगत विरोध नही चाहते और अधिकारी अपने दायित्व का विवेकपूर्ण निर्वाहन जिसका लाभ सीमित सोंच रखने वाले उठा रहे हैं।
आश्चर्य की बात है अरुण कुमार झा जैसे जिम्मेवार पार्षद के घर के सामने हो रहा है । ईश्वर का न्याय सर्वोपरि है पर यदि ईश्वर की संतान कोई रास्ता निकाले तो बात जमे।