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लोक सभा के अंतिम चरण के चुनाव प्रचार का थमा शोर, सभी पार्टी ने लगाया जोर 

रांची: झारखंड में 1 जून को लोकसभा के तीन सीटों के लिए होने वाले चुनाव प्रचार का आज अंतिम दिन था। सभी दलों ने अंतिम दिन अपनी जीत पक्की करने के लिए चुनावी सभा और पत्रकार सम्मेलन आयोजित करने के अंतिम अवसर  का भरपूर उपयोग किया और उन मुद्दों की बात की जिसके आधार पर उन्हें जनता का समर्थन चाहिए।  चूँकि चुनाव संथाल परगना क्षेत्र में है इस लिए राष्ट्रीय मुद्दों के अलावा वहां से जुड़े मुद्दों पर बात हुयी।

चुनाव प्रचार के अंतिम दिन राजमहल संसदीय क्षेत्र के साहिबगंज जिला के बरहरवा प्रखंड के गुमानी में विशाल जनसभा का आयोजन इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार विजय हांसदा के समर्थन में किया गया। जनसभा कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने किया जबकि मुख्य अतिथि के रूप में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन इमरान प्रतापगढ़ी उपस्थित थे।

इस अवसर पर अपनी कविता के द्वारा प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसते हुए कहा  “जनता महंगाई के मारे कर रही हाहाकार,”कहां सोया है चौकीदार” ।इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि गुमानी से ही केंद्र के हुकूमत की गुमान टूटेगी। मैने हिंदुस्तान की राजनीति में आलमगीर आलम जैसा ईमानदार व्यक्ति नहीं देखा है, मोदी सरकार ने इन्हें जेल भेजा हेमंत सोरेन को जेल भेजा क्योंकि उनके नीचे से जमीन खिसक रही है इन्हें आभास हो गया है कि उनकी सत्ता जाने वाली है और सत्ता के बिना ये रह नहीं सकते। 

उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता बेशर्मी के साथ संविधान बदलने के लिए 400 सीटें जनता से मांग रहे हैं, दूसरी तरफ कांग्रेस और इंडिया गठबंधन है जो संविधान पर आंच नहीं आने देगी। हमारे नेता राहुल गांधी संविधान की रक्षा के लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं इस संघर्ष में आपको हमारा साथ देना है। हम देश की जनता के मन को पढ़कर कह रहे हैं की 4 जून को मोदी देश के प्रधानमंत्री नहीं रहेंगे।

 

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार 2000 का नोट 7 साल नहीं चल सकी और वह हमसे 70 सालों का हिसाब मांगते हैं अगर इस बार हम चूंके तो देश में चुनाव कभी नहीं होंगे। भाजपा हिंदू मुसलमान की बात करती है,हम रोजगार की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि संविधान बचाना है तो भाजपा को हटाना है। उन्होंने तीर धनुष छाप पर बटन दबाकर विजय हांसदा को जीतने की अपील जनता से की।

 

 

उधर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने प्रेस सम्मेलन आयोजित कर अपने मुद्दों की बात की।  दुमका के एक होटल में आयोजत इस सम्मलेन में उन्होंने कहा कि संताल परगना क्षेत्र में संताल, पहाड़िया आदिवासि‍यों की आबादी लगातार कम होना खतरे की घंटी है। जब संताल में पहाड़िया की आबादी घटी, तब बढ़ी किसकी है, यह जांच का विषय है।

पाकुड़ के इलाके में पहाड़ियों का गांव उजड़ गये। जहां कभी पहाड़ियां की आबादी थी, वहां घुसपैठियों की बड़ी आबादी है। घुसपैठ हुआ नहीं है, बल्कि जानबूझ कर झामुमो-कांग्रेस ने कराया है।

हेमंत सोरेन सरकार के संरक्षण में बांग्लादेशियों के घुसपैठ और अवैध खनन के कारण पाकुड़ एवं साहिबगंज के कई इलाकों में संथाल, पहाड़िया आदिवासी विस्थापित हो चुके हैं। उनके बारे में कोई चिंता नहीं करता है। भाजपा की सरकार बनने के बाद विशेष टीम का गठन कर इस मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।

कांग्रेस और झामुमो ने अपने वोट बैंक को लेकर चुप्पी साध ली है। उनके लोगों ने जमीन ही नहीं छीना, बल्कि बहू बेटियों को भी छीना। बेटियों को 50 टुकड़ों में काटकर फेंक दिया। इसके बावजूद इंडी गठबंधन ने आवाज नहीं उठाया। अगर बीजेपी आवाज नहीं उठाती तो किसी पर कोई कार्रवाई नहीं होती। आए दिन इस प्रकार की घटनाएं हो रही है।

श्री मरांडी ने कहा कि हेमंत सोरेन को भाजपा ने जेल नहीं भेजा है। उन्हें एजेंसी और कोर्ट ने जेल भेजा है। उन्होंने कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को साहिबगंज में हो रहे अवैध पत्थर खनन के प्रति चिट्ठी लिखकर सचेत किया था। इस पर कार्रवाई करने की मांग की थी। मेरे पत्र के आलोक में सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके 1 साल बाद बड़ा हादसा हो गया। हेमंत सोरेन अवैध पत्थर खनन के मामले में जेल में हैं।

उन्होंने कहा कि झारखंड की वर्तमान सरकार सिर्फ लूट में लगी है। चार साल में एक भी काम ऐसा नहीं किया, जिससे यहां के लोगों को गर्व हो। सरकार की वजह से संथाल और पहाड़ियां का अस्तित्व ही खतरे में आ गया। संथाल में सिर्फ अवैध खनन, घुसपैठियों और दलालों की चांदी है। यहां के लोग के बदहाली नहीं बदली, बल्कि संथाल में पहाड़ियों की आबादी घट गई। यह एक अलार्मिंग अलर्ट है।

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