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डॉ. वर्गीज़ कुरियन की 104वीं जयंती राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के रूप में मनाई गई

रांची : झारखंड राज्य दुग्ध उत्पादक महासंघ (मेधा डेयरी) एवं इंडियन डेयरी एसोसिएशन ईस्टर्न ज़ोन (झारखंड चैप्टर) के संयुक्त तत्वावधान में आज रांची के हॉटवार स्थित मेधा डेयरी प्लांट परिसर में श्वेत क्रांति के जनक, डॉ. वर्गीज़ कुरियन की 104वीं जयंती को राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के रूप में उल्लासपूर्वक मनाया गया।

डॉ. कुरियन को भारत में श्वेत क्रांति का प्रणेता माना जाता है। उनके दूरदर्शी नेतृत्व और अथक प्रयासों के परिणामस्वरूप आज भारत विश्व का सर्वाधिक दुग्ध उत्पादक देश बनने में सफल हुआ है। यह उपलब्धि देशभर की सहकारी समितियों से जुड़े लाखों दुग्ध उत्पादक किसानों के निरंतर परिश्रम और सक्रिय सहयोग का प्रतिफल है।

मेधा डेयरी, झारखंड सरकार का उपक्रम होने के साथ-साथ राज्य की एकमात्र किसान-आधारित दुग्ध उत्पादक सहकारी संस्था है। यह संस्था ग्रामीण दुग्ध उत्पादकों और शहरी उपभोक्ताओं के बीच एक सुदृढ़ सेतु की भूमिका निभाते हुए किसानों को स्थायी आजीविका का स्रोत उपलब्ध करा रही है। वर्तमान में लगभग 60,000 सीमांत किसान प्रतिदिन सुबह और शाम गांवों में स्थापित दुग्ध संग्रह केंद्रों के माध्यम से मेधा डेयरी को दूध की आपूर्ति करते हैं। राज्य के सभी शहरों और कस्बों में मेधा डेयरी के दूध एवं दुग्ध उत्पादों का व्यापक विपणन किया जा रहा है।

संस्था अपने 6 प्रोसेसिंग प्लांट्स के माध्यम से प्रतिदिन लगभग 2.50 लाख लीटर दूध का प्रसंस्करण एवं वितरण कर रही है। कार्यक्रम की शुरुआत झारखंड दुग्ध महासंघ के प्रबंध निदेशक जयदेव बिस्वास, इंडियन डेयरी एसोसिएशन (आईडीए) दक्षिण प्रक्षेत्र के सचिव बालकृष्ण रेड्डी, इंडियन डेयरी एसोसिएशन (आईडीए)- पूर्वी प्रक्षेत्र के उपाध्यक्ष मिल्टन श्रीवास्तव, इंडियन डेयरी एसोसिएशन झारखंड चैप्टर के अध्यक्ष एवं मेधा डेयरी के महाप्रबंधक पवन कुमार मरवाहा तथा मेधा डेयरी के उपस्थित कर्मियों द्वारा डॉ. वर्गीज़ कुरियन की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर की गई।

इस अवसर पर जयदेव बिस्वास ने डॉ. कुरियन के मूल्यों, अनुशासन तथा डेयरी व्यवसाय के सहकारी ढांचे की उनकी कल्पना की सराहना की। उन्होंने यह भी बताया कि किस प्रकार कठिन परिस्थितियों का सामना करते हुए डॉ. कुरियन ने देश को दुग्ध उत्पादन में विश्व में प्रथम स्थान पर पहुंचाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

महाप्रबंधक पवन कुमार मरवाहा ने सहकारिता के महत्व एवं श्वेत क्रांति की सफलता में डॉ. कुरियन के अतुलनीय योगदान के संबंध में कर्मियों को विस्तृत जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर जिया तथा सिग जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों ने नई तकनीकी नवाचारों एवं क्षमता विकास से संबंधित तकनीकी प्रस्तुति दी, जो भविष्य में डेयरी विकास को नई दिशा और गति प्रदान करेगी। साथ ही. एक्सिस बैंक, आईडीबीआई बैंक तथा आईसीआईसीआई बैंक जैसी अग्रणी वित्तीय संस्थाओं के प्रतिनिधि भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे। राष्ट्रीय दुग्ध दिवस का यह कार्यक्रम सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ। मेधा डेयरी के सभी ग्रुप हेड इस अवसर पर उपस्थित रहे एवं कार्यक्रम के सफल आयोजन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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