‘East Tech Symposium 2025’ का उद्घाटन
ईस्टटेक 2025 केवल हथियारों और तकनीक का प्रदर्शन नहीं, बल्कि भारत की बदलती सोच और आत्मविश्वास का प्रतीक : राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार
Ranchi: राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने आज खेलगाँव स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, रांची में माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन, माननीय रक्षा राज्य मंत्री श्री संजय सेठ एवं प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान की गरिमामयी उपस्थिति में आयोजित ‘East Tech Symposium 2025’ के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि यह केवल एक प्रदर्शनी नहीं, बल्कि भारत की बढ़ती शक्ति, आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता को दर्शाता है।
राज्यपाल महोदय ने कहा कि यह डिफेंस एक्स्पो “आत्मनिर्भर भारत” के उस संकल्प का प्रतीक है, जिसमें देश की शक्ति, सामर्थ्य और स्वाभिमान समाहित है। पूर्वी भारत में इस प्रकार की रक्षा प्रदर्शनी का आयोजन, औद्योगिक विकास, नवाचार और रक्षा उत्पादन में सहयोग की नई दिशाएँ खोलेगा। उन्होंने कहा कि भारत अब रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में एक उपभोक्ता नहीं, बल्कि उत्पादक और निर्यातक देश बन चुका है। भारत के रक्षा उत्पाद अब कई देशों में निर्यात किए जा रहे हैं और रक्षा निर्यात 1,27,000 करोड़ रुपये तक पहुँच चुका है। राज्यपाल महोदय ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दूरदृष्टि नेतृत्व और उनके ‘मेक इन इंडिया’ के आह्वान ने ही यह संभव किया है। प्रधानमंत्री जी ने रक्षा आत्मनिर्भरता को केवल नारा नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्वाभिमान का आधार बनाया है। उनकी नीति और मार्गदर्शन में भारत न केवल अपनी सीमाओं की सुरक्षा कर रहा है, बल्कि वैश्विक स्तर पर शांति और सुरक्षा का विश्वसनीय सहयोगी बन रहा है।
राज्यपाल महोदय ने कहा कि चंद्रयान-3 की चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग और सूर्य के अध्ययन हेतु आदित्य L1 मिशन, भारत की वैज्ञानिक एवं तकनीकी क्षमता का प्रमाण है। साथ ही ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसी आंतकवाद के विरुद्ध कार्रवाइयाँ भारत की रणनीतिक दक्षता और मानवीय मूल्यों का परिचायक हैं। उन्होंने कहा कि ये उपलब्धियाँ केवल तकनीकी विजय नहीं, बल्कि यह प्रमाण हैं कि भारत आज वैश्विक शक्ति के रूप में उभर रहा है।
राज्यपाल महोदय ने आशा व्यक्त की कि ‘ईस्टटेक 2025’ उद्योगों, स्टार्टअप्स और शोध संस्थानों के लिए नये अवसर खोलेगा। यह प्रदर्शनी रक्षा क्षेत्र में औद्योगिक परिदृश्य में नवचेतना का संचार करेगी और युवाओं को नवाचार की दिशा में प्रेरित करेगी। उन्होंने कहा कि यह राज्य केवल खनिज संपदा से ही समृद्ध नहीं, बल्कि यहाँ की मिट्टी में परिश्रम और युवाओं की आँखों में उम्मीद, उमंग और हौसले की चमक है। MSME सेक्टर के लिए यह राज्य असीम संभावनाओं से भरा है और ऐसे आयोजन उद्योग जगत को रक्षा उत्पादन में भागीदारी हेतु प्रेरित करेंगे। इससे न केवल झारखंड के उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलेगी, बल्कि राज्य के युवाओं के लिए रोजगार और प्रशिक्षण के नए द्वार भी खुलेंगे।
राज्यपाल महोदय ने कहा कि ईस्टटेक 2025 केवल हथियारों और तकनीक का प्रदर्शन नहीं, बल्कि भारत की बदलती सोच और आत्मविश्वास का प्रतीक है। यह प्रदर्शनी हमें यह संदेश देती है कि भारत अब रक्षा के क्षेत्र में किसी पर आश्रित नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी राष्ट्र है।

