राज्यभर में 17 सितम्बर से चलेगा स्वस्थ नारी सशक्त परिवार पखवाड़ा
राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार वर्णवाल ने की समीक्षा
Ranchi: 17 सितम्बर से 02 अक्टूबर तक राज्यभर में स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान चलाया जाना है। इसमें सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों आयुष्मान आरोग्य मंदिर, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, अनुमंडलीय अस्पताल, सदर अस्पताल और मेडिकल कॉलेजों में विशेष अभियान चला कर महिलाओं के स्वास्थ्य जांच, स्वास्थ्य सलाह और आवश्यक इलाज किये जायेंगे। शिविर में पुरूष भी अपना स्वास्थ्य जांच और परामर्श का लाभ ले सकते हैं।
कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए भारत सरकार के राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार वर्णवाल ने सोमवार को नामकुम स्थित राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, झारखण्ड के सभागार से सभी जिलों के उपायुक्त और सिविल सर्जन, के साथ वर्चुअल मोड में बैठक कर आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान का मुख्य उद्देश्य सिर्फ इलाज करना नहीं है बल्कि स्वस्थ जीवन शैली के लिए जागरूकता भी फैलाना है।
उन्होंने कहा कि एक नारी किसी भी परिवार की रीढ़ होती है उनके स्वस्थ रहने से पूरा परिवार सशक्त होता है। उन्होंने सिविल सोसाइटी, रेड क्रॉस, आइएमए और प्राईवेट हॉस्पीटल्स के प्रतिनिधियों से भी अपील की है कि इस अभियान को सफल बनाने में अपना योगदान दें।
बैठक में उन्होंने कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लिया। जिलों के अधिकारियों को उन्होंने निर्देश दिया कि शिविर में भाग लेने वाले लाभार्थियों की ऑनलाइन डेटा इंट्री ससमय सुनिश्चित हो। अभियान को लेकर राज्य स्तर से पर्यवेक्षण के लिए अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपने का निर्देश दिया। उन्होंने
निर्देश दिया कि कार्यक्रम की सफलता के लिए जिला और प्रखण्ड स्तर से भी निगरानी किये जाने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि बीमार होकर इलाज कराने से बेहतर है कि अपनी नियमित जांच कराकर संभावित बीमारियों से बचे रहे। झारखण्ड आरोग्य सोसाइटी की कार्यकारी निदेशक डॉ नेहा अरोड़ा ने कहा कि स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान तभी सफल होगा जब ज्यादा से ज्यादा जन भागीदारी होगी, इसके लिए सामुदायिक स्तर पर स्वास्थ्य शिविर में भाग लेने के लिए प्रेरित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि शिविर के दौरान आयुष्मान भारत, आभा कार्ड बनाने और ई-केवाईसी के लिए क्यिस्क लगाये जायेंगे। इसके अलावा स्वास्थ्य शिविर में दिव्यांगता प्रमाण पत्र के लिए भी शिविर की व्यवस्था होगी।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, झारखण्ड के अभियान निदेशक शशि प्रकाश झा ने कहा कि बीपी, शुगर, टीबी, ओरल-ब्रेस्ट कैंसर स्क्रीनिंग, मानसिक स्वास्थ्य समेत अन्य कई बीमारियों से सम्बन्धित जांच और परामर्श दिये जायेंगे। गंभीर बीमारी के लक्षण वाले मरीजों को बेहतर इलाज के लिए भी व्यवस्था की जायेगी।