देश में राष्ट्रीय सवर्ण आयोग का हो गठन, तथा राजनीतिक दलों में भी अन्य जाति मोर्चा की तरह बने सवर्ण मोर्चा: सुनील कुमार सिंह
Ranchi: भाजपा नेता सह राष्ट्र सेवा फाउंडेशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुनील कुमार सिंह ने केंद्र सरकार व राज्य सरकार से मांग की है कि अनुसूचित जाति आयोग व अनुसूचित जनजाति आयोग व अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग अल्पसंख्यक आयोग की तर्ज पर राष्ट्रीय सवर्ण जाति आयोग का भी गठन हो।
सुनील कुमार सिंह ने कहा कि सवर्ण के हितों की रक्षा के लिए आज तक अपने देश में सवर्ण जाति आयोग का गठन नहीं हो पाया है। किसी राज्य में सवर्ण आयोग बना भी तो लागू नहीं हो पाया। जैसे– बिहार में 2011 में बाबू नीतीश कुमार की सरकार में सवर्ण आयोग का गठन तो हुआ, पर 9वीं अनुसूची में संशोधन के अभाव में लागू नहीं हो पाया। जबकि पूरे देश में लगभग 31% प्रतिशत व झारखंड राज्य में लगभग 14% प्रतिशत सवर्णों की आबादी है।
सवर्ण जाति में भी आर्थिक व शैक्षणिक रूप से काफी पिछड़े हुए लोग हैं। अगड़ी जातियों की बड़ी आबादी को रोजगार नहीं मिल रहा है, जो कि रोजगार से वंचित और आर्थिक तंगी की चपेट में है। उन्होंने कहा कि हम किसी जाति वर्ग का विरोध नहीं कर रहे हैं, परंतु समाज के सभी वर्गों की तरह सामान्य वर्गों को भी समान अधिकार मिले.? यही सरकार से हमारी मांग है। चूंकि समाज में सभी वर्गों का हक है कि सभी को समान अधिकार मिले..?
सामान्य वर्ग के लोगों को भी हर सरकारी योजनाओं पर पूरा हक हो..? जो सवर्ण रोजगार से वंचित और आर्थिक तंगी की चपेट में हैं, उन्हें भी आर्थिक आधार पर सर्वे कर, सामाजिक विषमता को दूर करने के लिए, संविधान में संशोधन करते हुए, सवर्ण आयोग का गठन हो..??
वहीं सुनील कुमार सिंह ने राजनीतिक दलों में भी भेदभाव को दूर करने के लिए कहा कि अन्य जाति मोर्चा की तर्ज पर सवर्ण मोर्चा भी बने..?? ताकि सवर्ण जाति के लोगों को भी राजनीतिक दलों में उनकी भागीदारी सुनिश्चित हो सके। क्योंकि हमेशा से सवर्ण जाति के लोग अपने निजी हितों को बलिदान करता रहा है।
उन्होंने कहा कि हम जाति-पाति को बढ़ावा नहीं दे रहे हैं, बस सिर्फ अपना अधिकार की मांग करते हैं। यदि हमारी इस मांग से जाति– पाति को बढ़ावा मिलती है, तो फिर राजनीतिक दलों में बने अन्य जाति मोर्चा या अन्य जाति आयोग को भी समाप्त/निरस्त किया जाना चाहिए.??
ताकि समाज के सभी जातियों में समन्वय स्थापित हो सके।