रांची: राजधानी रांची के लगभग 88 किलोमीटर दूर रामगढ जिले के गोला प्रखंड के नेमरा ग्राम में देश रक्षामंत्री राज नाथ सिंह ने वनवासी, गिरिवासी और आदिवासी अस्मिता के प्रतीक सनातन धर्मावलम्बी झारखण्ड के दिशोम गुरु व राज्य सभा सांसद स्वर्गीय शिबू सोरेन को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी।
रक्षा मंत्री सिंह ने कहा कि दिशोम गुरु शिबू सोरेन जी से उनकी कई मुलाकातें हुईं। उनकी सहजता, सरलता एवं व्यक्तित्व मुझे प्रभावित करती थी। गुरुजी सिर्फ आदिवासी ही नहीं बल्कि अन्य समाज के भी अभिभावक के रूप में जाने जाते थे।
रक्षा मंत्री के अलावा सोरेन के “संस्कार भोज” में पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे, सांसद पप्पू यादव, योग गुरु बाबा रामदेव एवं पूर्व राज्यसभा सांसद आर०के० आनंद, तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी भी सम्मिलित हुए। सभी ने गुरुजी की तस्वीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें नमन किया तथा मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन एवं उनके परिजनों से मुलाकात कर अपनी संवेदनाएं प्रकट की।
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने स्वर्गीय सोरेन के संस्कार भोज में शामिल होने के लिए राज्य के कोने – कोने से आए लोगों के प्रति आभार जताया।
उन्होंने कहा कि जब उनके पिता नई दिल्ली के एक अस्पताल में जिंदगी के लिए संघर्ष कर रहे थे, उन कठिन परिस्थितियों में राज्य वासियों का उनके परिवार को संबल प्राप्त हुआ उसे कभी भूल नहीं सकता हूं।
सोरेन ने कहा की लोगों ने उनके पिता की जिंदगी के लिए दुआएं की, लेकिन ईश्वर को शायद कुछ और मंजूर था।
“आज दिशोम गुरु हमारे बीच नहीं है, लेकिन उनके अंत्येष्टि संस्कार से लेकर आज के संस्कार भोज में लाखों लोगों का शामिल होना, पूरे श्राद्ध कर्म के दौरान नेमरा आकर उनका हमारे साथ खड़े रहने से हमें और हमारे घर- परिवार को दुःख की इस घड़ी में काफी आत्मबल मिला। राज्य की जनता जिस तरह हमारे साथ हर पल मौजूद रही, वह यह बताने के लिए काफी है कि उनका “बाबा” से कितना गहरा लगाव था। “बाबा” भले ही हमें हमेशा- हमेशा के लिए छोड़कर चले गए हैं, लेकिन, इस राज्य के मार्गदर्शक एवं पथ प्रदर्शक के रूप में वे सदैव याद रखे जाएंगे,” सोरेन ने कहा।