आपदा प्रबंधन की बैठक में लिए गए कई महत्वपूर्ण निर्णय
हर जिले से 2 गोताखोरों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा
Ranchi: झारखंड के आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ. इरफान अंसारी की अध्यक्षता में आयोजित उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। इन निर्णयों का उद्देश्य राज्य में आपदाओं के प्रभाव को कम करना और प्रभावितों को त्वरित राहत प्रदान करना है।
महत्वपूर्ण निर्णय:
– वज्रपात चेतावनी प्रणाली: जामताड़ा, दुमका और बरहेट में विशेष सर्वेक्षण कर मिटिगेशन प्रोजेक्ट फॉर लाइटनिंग सेफ्टी की शुरुआत होगी। इससे वज्रपात की घटना से औसतन 3 घंटे पूर्व चेतावनी लाउडस्पीकरों के माध्यम से जनता तक पहुंचेगी।
– गोताखोर प्रशिक्षण: हर जिले से 2 गोताखोरों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ ही प्रमुख जलप्रपातों पर लोहे की जालियां और चेन लगाकर घटनाओं की रोकथाम की जाएगी।
– जीआईएस पोर्टल: जीआईएस पोर्टल के माध्यम से जीपीएस आधारित स्थान की पहचान कर पीड़ितों को सीधे खाते में डिजिटल भुगतान संभव होगा।
– फसल क्षति राहत: रांची, गुमला, लोहरदगा और सिमडेगा जिलों में कुल 2390 हेक्टेयर भूमि पर फसलें बर्बाद हुईं। सरकार ने सभी जिलों को आपदा राहत के लिए तत्काल राशि उपलब्ध कराई है।
– मुआवजा: सड़क दुर्घटना में मृतकों को भी अन्य आपदाओं के समान 4 लाख रुपये की मुआवजा राशि प्केंद्र जल्द वेजी जाएगी।
– मासिक समीक्षा: हर महीने समग्र समीक्षा बैठक कर योजना की प्रगति का आंकलन किया जाएगा।
इन निर्णयों से झारखंड राज्य में आपदाओं के प्रभाव को कम करने और प्रभावितों को त्वरित राहत प्रदान करने में मदद मिलेगी।