रांची: सिविल कोर्ट में स्थित फोर्टी कोर्ट जो पांच मंजिला है इस पूरे बिल्डिंग में तीन लिफ्ट है और यह तीनों लिफ्ट पिछले चार दिन से खराब है. सैकड़ो वकील , मुंशी ,वृद्ध, दिव्यांग ,सीनियर एडवोकेट सीढ़ी पर जब दौड़ रहे हैं, हॉफ रहे हैं, गिर रहे हैं, बीमार हो रहे हैं पर न्याय के लिए संघर्ष कर रहे हैं.
अब इस मामला में है अधिवक्ता सुधीर श्रीवास्तव ने रांची जिला बार एसोसिएशन की महासचिव एवं अध्यक्ष को पत्र लिखकर मांग किया है कि वकीलों पर रहम करें और वकीलों को जो अग्नि परीक्षा देनी पड़ रही है प्रेक्टिस करने में उसे अग्नि परीक्षा को भी अब बंद कर दिया जाए। सिविल कोर्ट में प्रैक्टिस करना के साथ-साथ यह परीक्षा भी रोज वकीलों को देनी पड़ती है।
सुधीर श्रीवास्तव ने बताया कि उन्होंने मांग किया है कि तत्काल तीनों लिफ्ट को चालू करवाया जाए और यदि तीनों लिफ्ट चालू नहीं होता है तो फोर्टी कोर्ट में स्थित सभी कोर्ट में वकीलों को न्याय कार्य से दूर रहने का आदेश हो। साथ ही जब तक लिफ्ट नहीं बनेगा तब तक वकील उस फोर्टी कोर्ट में न्यायिक कार्य में शामिल न हों ।
सुधीर श्रीवास्तव ने बताया की वकालत का पढ़ाई करते समय यह नहीं बताया गया था की कोर्ट में जाकर लिफ्ट खराब हो गया तो सीढ़ी से पांच मंजिला भी जाना पड़ेगा और यह भी नहीं बताया गया था की कोई वृद्ध है, दिव्यांग है, बीमार है तो उसको भी पांचवा तल्ला तक सीढ़ी से चढ़ना पड़ेगा।
सारे वकील एक दूसरा को और अपने भाग्य को कोसते हुए दिन भर काम कर लगे रहते हैं। ऑफिसर ऑफ द कोर्ट कहलाने वाले वकील की ऐसी हालत को देखकर पुलिस, मुंशी, कोर्ट स्टाफ रोज हंसते हैं और कहते हैं यह हाल है ऑफिसर ऑफ द कोर्ट का। पत्र की प्रति रजिस्ट्रार ,सिविल कोर्ट को भी भेजी गई है।