Ranchi: सिविल कोर्ट में आजकल हर कागजात स्कैनिंग होकर दाखिल हो रहा है ये बहुत अच्छी शुरुआत है पर इसका व्यवस्था से नाराज होकर अधिवक्ता सुधीर श्रीवास्तव ने रांची जिला बार एसोसिएशन के महासचिव को पत्र लिखकर मांग किया है कि तत्काल मामले में हस्तक्षेप करें और वकीलों का मान सम्मान बचाएं।
सुधीर श्रीवास्तव ने बताया कि वकील ऑफिसर ऑफ द कोर्ट होते हैं पर यहां तो वकील ,मुंशी,मुवक्किल सभी लाइन में लगकर अपना अपना केस का कागजात को स्कैनिंग करवा रहें हैं ,इस नजारे का बहुत से मुवक्किल मोबाइल से फोटो खींच कर वायरल कर रहे हैं जिससे वकीलों का मान सम्मान सब गिर रहा है।
माननीय उच्चतम न्यायालय ने आदेश दिया है स्कैनिंग होकर सब कागजात फाइल होगा ,पर ये आदेश नहीं दिया है कि वकील लाइन में लगकर घंटों अपना बारी का इंतजार करेंगे और कागजात को स्कैनिंग करवाएंगे।
स्कैनिंग करवाना सिविल कोर्ट के स्टाफ का काम है और एक स्टाफ लैपटॉप लेकर बैठा है और सैकड़ों अधिवक्ता,मुंशी,मुवक्किल लाइन में लगे हैं ।
इस पूरे कार्यक्रम में स्टाफ की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए और वकील किसी कीमत पर लाइन में न लगे ऐसा व्यवस्था करना चाहिए।
वकील जो जूनियर हैं वो तो बेचारे सबसे ज्यादा प्रताड़ित हो रहे हैं ।
फाइलिंग सेक्शन में पहले ऐसा ही फाइल हो और स्टाफ उस कागजात का स्कैनिंग करके संबंधित न्यायालय में पहुंचाए। इस पूरे प्रकरण में बार एसोसिएशन से कोई भी परामर्श नहीं लिया गया। श्रीवास्तव ने बार के महासचिव संजय विद्रोही को पत्र के माध्यम से आग्रह किया कि इस मामले में आंदोलन करें और तत्काल इस प्रक्रिया में वकीलों को लाइन लगने से बचाएं अगर सिविल कोर्ट स्टाफ नहीं बढ़ाता है तो इस व्यवस्था का विरोध करें और इससे संबंधित समस्या को लेकर न्याययुक्त से मिलकर बताएं।