राँची–आज प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के स्थानीय सेवाकेन्द्र चौधरी बगान हरमू रोड में आध्यात्मिक समर कैम्प का आयोजन किया गया। इस पवित्र भूमि में परमात्मा के पवित्र रूह गुलाब बच्चों को रिमाइझम् पूरे वातावरण को उमंग उत्साह और आनन्द से भर रही थी। इस आध्यात्मिक कैम्प का शुभारम्भ सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलन करके लाल गोविन्द नाथ शाहदेव, समाज सेवी के द्वारा किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा आज बच्चों को स्कूली पढ़ाई के साथ-साथ नैतिकता एवं आध्यात्मिकता की पढ़ाई की भी आवश्यकता है।
कार्यक्रम में उपस्थित कल्याणी कुमारी प्रभारी प्रचार्या मध्य विद्यालय ने कहा कि यह शिविर बहुत ही उद्देश्यपूर्ण व आवश्यकता के अनुरूप है माता पिता अपने बच्चों को अवश्य भेजें यह आज के समय की जरूरत है। शहर में यूं तो ग्रीष्मावकाश में बहुत से समर कैम्प का आयोजन किया जा रहे हैं परंतु यह अपने आप में एक अनूठा कार्यक्रम है जहाँ बच्चे बोलचाल व्यवहार व शालीनता सीख रहे हैं।
शशांक शेखर शर्मा, प्रभारी प्रधानाध्यापक ने कहा बच्चे नन्हें पौधों के समान होते हैं जिनमें सिंचाई का कार्य उनके माता पिता द्वारा किया जाता है। इसलिए बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ अध्यात्म की ओर अग्रसर करना चाहिए जिससे बच्चों का सभी प्रकार के विकास हो सके।
रेणूका जायसवाल शिक्षिका ने कहा कि यही वह समय है जो हमारे जीवन की दिशा और दशा तय करता है। आज नम्रता, मधुरता, ध्यता, समरसता गुणग्राह्यता, सत्यता आदि गुण कम देखने में मिलता है। विद्यार्थी जीवन में यदि हमें इन दिव्य गुणों की शिक्षा मिले तो निश्चित तौर पर पूरा जीवन सुन्दर व्यतीत होगा।
ब्रह्माकुमारी निर्मला बहन ने कहा ने कहा वर्तमान समय में बच्चों में किसी भी प्रकार के तनाव से बचाव हेतु व अध्ययन में एकाग्रता के विकास के लिए राजयोग मेडिटेशन महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आज के समय में जब छोटी-छोटी बातों में बच्चे नाराज हो जाते, टेंशन में आ जाते तो यह आध्यात्मिक ज्ञान जीवन में आने वाली परिस्थितियों से उबरने में मदद करता है। ब्रह्माकुमारी संस्थान के द्वारा बच्चों की उन्नति को ध्यान में रखते हुए पूरे देश में अलग-अलग स्थानो पर समर कैम्प आयोजित किए जा रहे है।
कैम्प में बच्चों को उनके जीवन में सफलता और उज्जवल भविष्य के लिए अनेक आवश्यक बातों की गहराई का अवलोकन कराया गया। जैसे एकाग्रता कैसे बढ़ाएँ, आज्ञा पालन से ही उन्नति व सफलता आदि बातों पर उनके निजी जीवन को और साफ व सुन्दर करने का प्रयास किया गया।
बच्चों में गजब का उमंग उत्साह देखने में आ रहा था। खेल कूद व अनेक प्रकार की प्रतियोगिता बच्चों को जीवन में सदा हर परिस्थिति को खेल और सदा अव्वल आने का उद्देश्य दे रही थी जिसमें सभी ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। कैम्प में बच्चों का हुनर उनके अन्दर से सामने प्रत्यक्ष दिख रहा था जो देखने योग्य था। बच्चों के साथ आए उनके माता-पिता भी बहुत प्रभावित थे।
निःशुल्क समर कैम्प के द्वारा बच्चों के जीवन में नैतिक मूल्यों, मानसिक व शारीरिक मौलिक उन्नति के लिए मेडिटेशन, व्यक्तित्व विकास, मूल्यों आधारित गतिविधियाँ, मनोरंजक प्रतियोगिताएँ व अन्य कई तरह के मुकाबले करवाये गये। कार्यक्रम में अन्य गणमान्य व्यक्तियों में एन0के0 पाठक, संगीता सिंह, जगेश्वर सिंह समाजसेवी आदि उपस्थित थे। बच्चों के लिए फैंसी ड्रेस कॉम्पटीशन का आयोजन किया गया जिसमें बच्चों ने भाग लिया। अव्वल आने वाले बच्चों को पुरस्कार दिया गया। प्रथम पुरस्कार सिया शर्मा को मिला जिन्होंने ब्रह्माकुमारी शिवानी को प्रस्तुत किया। द्वितीय पुरस्कार विशालाक्षी को दिया गया जिन्होंने लक्ष्मी वाई को प्रस्तुत किया तथा तृतीय दो पुरस्कार क्रमशः रिवांश एवं वैष्णवी को दिया गया।