नई दिल्ली: दक्षिण कश्मीर के शोपियां के केलर के शुकरू वन क्षेत्र में मंगलवार को मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के तीन आतंकवादी मारे गए। यह ऑपरेशन विशिष्ट खुफिया सूचनाओं के आधार पर किया गया, जिसमें सुबह करीब 8:00 बजे मुठभेड़ शुरू हुई। तीन आतंकवादियों में से दो की पहचान शाहिद कुट्टे और अदनान शफी डार के रूप में हुई है।
शाहिद कुट्टे चोटीपोरा हीरपोरा का एक श्रेणी ए लश्कर का आतंकवादी था, जो 8 अप्रैल, 2024 को श्रीनगर के डेनिश रिसॉर्ट में जर्मन पर्यटकों पर हमले और 18 मई, 2024 को हीरपोरा में एक भाजपा सरपंच की हत्या में शामिल था और 3 फरवरी, 2025 को कुलगाम में एक प्रादेशिक सेना के जवान की हत्या में उसकी संदिग्ध भूमिका थी।
अदनान शफी डार वंडुना मेलहोरा का एक कैटेगरी सी ऑपरेटिव था, जो 18 अक्टूबर 2024 को लश्कर में शामिल हुआ था। वह उसी दिन शोपियां के वाची में गैर-स्थानीय मजदूरों की हत्या में शामिल था।
तीसरे आतंकवादी की पहचान की पुष्टि होनी बाकी है।
इस बीच, पुलवामा में पोस्टरों में पहलगाम हमले से जुड़े तीन आतंकवादियों की सूचना देने पर 20 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की गई है। उनकी पहचान हुसैन थोकर (स्थानीय), अली भाई उर्फ तल्हा भाई (संदिग्ध पाकिस्तानी), हासिम मूसा उर्फ सुलेमान (संदिग्ध पाकिस्तानी) के रूप में की गई है।
यह कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद की गई है, जिसमें भारतीय सेना ने पाकिस्तान में लश्कर और जैश के प्रमुख ठिकानों पर लगभग 100 आतंकवादियों को मार गिराया था, जिसमें भवालपुर और मुरीदके शामिल हैं।