हजारीबाग: हजारीबाग स्थित प्रतिष्ठित इंदिरा गांधी बालिका विद्यालय का आवासीय परिसर बालू माफियाओं के लिए अवैध डंपिंग यार्ड में तब्दील हो गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आवासीय परिसर में करीब 10 स्थानों पर सैकड़ों ट्रैक्टर बालू का अवैध रूप से संग्रह किया गया है और वहां से हजारीबाग शहर में बालू की आपूर्ति की जाती है।
सूत्रों के अनुसार बालू का यह अवैध काम वर्षों से चल रहा है। स्थानीय बालू माफियाओं ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि स्कूल के एक सहायक लिपिक के सहयोग से यह काम हो रहा है।
एक बालू माफिया ने बताया कि सहायक लिपिक के आवास के आसपास सबसे अधिक अवैध बालू का संग्रह किया गया है।
लोहसिंघना थाना प्रभारी ने मामले में अनभिज्ञता जताई। उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन दिया।
स्कूल के प्रभारी प्राचार्य ने बालू डंप किए जाने की पुष्टि की, लेकिन कहा कि यह स्कूल के उद्देश्य से किया गया था। उन्होंने कहा, “विद्यालय में छात्रावास निर्माण का कार्य चल रहा है, इसलिए संभवत: इसी कार्य के लिए बालू एकत्र किया गया होगा।” गौरतलब है कि झारखंड सरकार ने फिलहाल कहीं भी बालू उठाव पर रोक लगा रखी है, फिर अगर छात्रावास का निर्माण हो रहा है, तो बालू कहां से लाया गया है। अगर छात्रावास का निर्माण चहारदीवारी के अंदर हो रहा है, तो निर्माण स्थल से इतनी दूर और अलग-अलग जगहों पर बालू क्यों एकत्र किया जा रहा है।