रांची: भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के उपलक्ष्य में 14 अप्रैल को रांची के अंबेडकर चौक डोरंडा से राजेन्द्र चौक तक मानव श्रृंखला एवं आमसभा का आयोजन किया जा रहा है। इसकी तैयारियों को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री केशव महतो कमलेश के साथ विधायक भूषण बाड़ा,प्रदेश कांग्रेस कमिटी के महासचिव आलोक कुमार दूबे,मुख्य प्रवक्ता लाल किशोर नाथ शाहदेव,डाॅ राजेश गुप्ता,अजय नाथ शाहदेव,राँची महानगर कांग्रेस अध्यक्ष डाॅ कुमार राजा, रांची जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष डाॅ राकेश किरण महतो ने समीक्षा किया।
प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि यह आयोजन संविधान की मूल भावना को बचाने और बाबा साहेब के विचारों को जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “भाजपा सरकार निरंतर हमारे संविधान को कमजोर करने का प्रयास कर रही है। ऐसे समय में हर कांग्रेस कार्यकर्ता की जिम्मेदारी है कि वह संविधान की रक्षा में पूरी ताक़त से खड़ा हो।”
समीक्षा के दौरान नेताओ ने अंबेडकर चौक से राजेन्द्र चौक तक मानव श्रृंखला का मार्ग तय किया, जिसमें पदाधिकारियों की उपस्थिति और ज़िम्मेदारी तय की गई है। पदाधिकारियों को आयोजन की प्रत्येक व्यवस्था में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।
इस अवसर पर कांग्रेस के झारखंड प्रभारी श्री के. राजू जी की उपस्थिति भी सुनिश्चित की गई है, जो इस ऐतिहासिक आयोजन में सम्मिलित होंगे और आमसभा को संबोधित करेंगे।
केशव महतो कमलेश जी ने स्पष्ट रूप से कहा कि संविधान की रक्षा करना और बाबा साहेब के सपनों का भारत बनाना आज हर कांग्रेस कार्यकर्ता का कर्तव्य है। उन्होंने यह भी कहा कि हमारा संविधान पूरी दुनिया में एक मिसाल है और आने वाले समय में पूरी दुनिया हमारे संविधान से प्रेरणा लेगी।
भाकपा माले 14 अप्रैल को डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती और शहीद गुरुदास चटर्जी की 25वीं शहादत दिवस को पूरे झारखंड में व्यापक रूप से मनाएगी।
झारखंड राज्य कमिटी की ओर से जारी प्रेस व्याप्ति में भाकपा माले के राज्य सचिव मनोज भक्त ने कहा कि डॉ. अंबेडकर भारतीय संविधान सामाजिक न्याय, धर्मनिरपेक्ष, समतामूलक और लोकतांत्रिक राष्ट्र के रूप में गढ़ने एवं संविधान के ज़रिये दलितों, पिछड़ों, महिलाओं और अल्पसंख्यकों को बराबरी का अधिकार देना का सपना था।
आज जब देश को “हिंदू राष्ट्र” की ओर धकेलने की कोशिशें की जा रही हैं, अंबेडकर की चेतावनी बेहद प्रासंगिक हो जाती हैं। उन्होंने साफ कहा था –
“अगर भारत एक हिंदू राष्ट्र बनता है, तो निश्चय ही यह इस देश के लिए सबसे बड़ा दुर्भाग्य होगा। यह एक प्रतिक्रियावादी देश होगा, जिसमें स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के लिए कोई स्थान नहीं होगा।
भाकपा(माले) मानती है कि अंबेडकर की विरासत को बचाने का अर्थ है—संविधान, आरक्षण, और सामाजिक न्याय की रक्षा करना के साथ फासीवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई को जन आंदोलन के रूप में बदल देना ही मानती है।
गुरुदास चटर्जी निरसा से विधायक रहे और उन्होंने कोल माफियाओं, भू-माफियाओं और सामंती ताकतों के खिलाफ ज़बरदस्त जनसंघर्ष किया। वे विस्थापितों, मजदूरों और गरीबों की आवाज को सड़क से लेकर विधानसभा तक उठाते रहे। वर्ष 1999 में उनकी हत्या सत्ता और माफिया गठजोड़ की साजिश के तहत कर दी गई।
शहादत दिवस के मौके पर एक बड़ी जनसभा आयोजित की जाएगी, जिसमें भाकपा(माले) के आरा से सांसद कॉ. सुदामा प्रसाद, पोलित ब्यौरा सदस्य पूर्व विधायक विनोद कुमार सिंह,पूर्व विधायक आनंद आनंद महतो,हलधर महतो,विधायक अरूप चटर्जी,चंद्रदेव महतो समेत कई राज्य स्तरीय नेता हिस्सा लेंगे।
यह आयोजन गुरुदास चटर्जी की जनसंघर्ष की विरासत और अंबेडकर के सपनों के भारत को बचाने के लिए जनता को गोलबंद करने का आह्वान होगा। भाकपा(माले) इस दिन को सामाजिक न्याय, धर्मनिरपेक्षता और फासीवाद लड़ाई को मजबूत करने का संकल्प लेगी।
आजसू पार्टी द्वारा 14 अप्रैल 2025 (सोमवार) को भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की जयंती के अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
कार्यक्रम के प्रमुख बिंदु इस प्रकार होंगे:
• डॉ. अंबेडकर जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण ।
• सामाजिक न्याय और संवैधानिक अधिकारों पर विचार विमर्श।
• “आधुनिक भारत में बाबा साहब के विचारों की प्रासंगिकता” विषय पर संगोष्ठी जिले के पदाधिकारियों, प्रखंड के पदाधिकारियों, पंचायत के पदाधिकारियों, ग्राम प्रभारीयो एवं युवा आजसू के सभी साथियों से अनुरोध करते हैं कि सभी अपने-अपने जिले में इस कार्यक्रम में शामिल होकर बाबा साहब को श्रद्धांजलि अर्पित करें और उनके विचारों को जन-जन तक पहुँचाने में भागीदार बनें।