Ranchi: चैम्बर भवन में कृषि बागवानी कृषि ग्रामीण उद्योग समिति द्वारा 21 मार्च को आयोजित “झारखण्ड कृषि निर्यात कार्यशाला के सन्दर्भ में प्रेस वार्तालाप का आयोजन किया गया |
आयोजक कृषि बागवानी एवं कृषि ग्रामीण उद्योग समिति के चेयरमैन आनंद कोठारी द्वारा जानकारी दी गयी कि राज्य के कृषकों की आय को चौगुनी ततक बढाने एवं राज्य के हजारों युवाओं, उद्यमियों, व्यापारियों के लिए रोजगार सृजन करने हेतु 21 मार्च, 2025 को सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक चैम्बर भवन में झारखण्ड कृषि निर्यात कार्यशाला का आयोजन किया गया है |
आनंद कोठारी ने बताया कि राष्ट्र के अन्य विकसित राज्यों व नव निर्मित राज्य छत्तीसगढ़ एवं उत्तरांचल से करोड़ों-अरबों रूपये का कृषि उत्पाद का निर्यात हो रहा है एवं वहां के किसान एवं उद्यमी की आय में काफी इजाफा हुआ है | झारखण्ड राज्य के गठन को 24 वर्ष होने के बावजूद यहाँ से कृषि उत्पाद निर्यात नगण्य है इसका कारण है सरकार द्वारा अबतक कृषि उत्पाद निर्यात के लिए आवश्यक आधारभूत संरचना एवं आवश्यक इको सिस्टम को विकसित नहीं किया गया है | राज्य से लाखों टन सब्जी, फल फूल, चावल, मढुआ, दलहन, निल्हन, इमली, चिरौंजी, आंवला, औषधीय पौधे, महुआ, मसाला, लाह, मीट, मछली आदि का निर्यात किया जा सकता है |
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इन सामग्रियों की काफी मांग है और अन्य राज्यों से इसका निर्यात हो रहा है | ताजे फल, सब्जी, फूल के अलावे फ्रोज़न, डीहाईड्रेटेड, केंड सब्जी, फल, मशरूम का भी विदेशों में बहुत मांग है | राज्य में निर्यात की पर्याप्त आधारभूत संरचना, इको सिस्टम एवं आवश्यक सुविधाओं का विकसित होने पर हजारों की संख्या में कृषि आधारित उद्योग की स्थापना होगी जिससे हजारों उद्यमियों एवं युवाओं को रोजगार का सृजन होगा |
इसी सन्दर्भ ने चैम्बर द्वारा इस क्रांतिकारी कदम की पहल की गयी है | यह कार्यशाला अपेडा भारत सरकार के सहयोग से आयोजित किया गया है | कार्यशाला में अपेडा, केंद्र सरकार के पदाधिकारी, निदेशक उद्योग, निदेशक कृषि, निदेशक ओफाज, निदेशक निरसा, प्रबंध निदेशक वेजफेड, बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक एवं कृषि उत्पाद निर्यात को विकसित करने के लिए सरकार की योजनाओं से अवगत कराया जायेगा एवं निर्माण की सम्पूर्ण प्रक्रिया एवं निर्यात के अनुसार सही गुणवत्ता के उत्पाद से उत्पादन से अवगत कराया जायेगा | जो उद्यमी, कृषक उत्पाद संरचना एवं सेबी संस्थान, प्रगतिशील कृषक, कृषि उत्पाद उद्योगपति कृषि उत्पाद निर्यात, करने को इच्छुक है उनके लिए यह कार्यशाला अत्यधिक उपयोगी एवं मार्गदर्शन होगा |
इन सबों को कृषि निर्माण से सम्बंधित सभी सरकारी योजनाओं व नियमों, निर्यात करने की प्रक्रिया एवं इससे सम्बंधित सभी आवश्यक जानकारी हासिल करने का मौका मिलेगा | कार्यशाला में भाग लेने के लिए अनुबंधन शुल्क 1000 रूपये है | अध्यक्ष श्री परेश गट्टानी ने जानकारी दी इस कार्यशाला में राज्य के 3 कृषि उत्पाद के निर्यातक श्री संजीव अरोरा, कोवम बहल, शशि भूषण टोप्पो को सम्मानित किया जाएगा | इस कार्यशाला में कलकत्ता के निर्यातक भी राज्य के निर्यातकों को सहयोग प्रदान करने के लिए उपस्थित होंगे |