विधानसभा बजट सत्र के दौरान चंदवा में फ्लाई ओवरब्रिज समेत अन्य मांगों को लेकर किसानों ने शुरू की जमीन समाधि सत्याग्रह
शिलान्यास हुए चार वर्ष होने को हैं फिर भी कार्य शुरू नहीं हुआ
चंदवा: किसानों ने अनिश्चितकालीन जमीन समाधि सत्याग्रह शुरू कर दिया है कामता पंचायत सचिवालय के समीप, लोकसभा के पूर्व प्रत्याशी सह कामता पंचायत समिति सदस्य अयूब खान के नेतृत्व में शुरू हुए इस सत्याग्रह में किसान गढ्ढे में अपने आधे शरीर को जिंदा दफन कर लिया है, वे ऐसा कर टोरी – चंदवा एनएच 99 न्यु 22 पर फ्लाई ओवर ब्रिज निर्माण शुरू करने की ओर झारखंड विधानसभा का बजट सत्र का, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का ध्यान खींच रहे हैं।
किसानों का कहना है कि टोरी – चंदवा में फ्लाई ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य शुरू करने के लिए 03 अप्रैल 2021 को माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन और केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री माननीय श्री नितिन गडकरी के हाथों इसका ऑनलाइन शिलान्यास किया गया था लेकिन 3 वर्ष ग्यारह माह हो गए फिर भी निर्माण कार्य चालू नहीं हुआ।
मुख्यमंत्री से अनुरोध करते हुए किसान कहना चाहते हैं कि शिलान्यास के अवसर पर आपकी गरिमाई उपस्थिति थी, आपने इस फ्लाई ओवरब्रिज की शिलान्यास भी किया था इसलिए आप इस मुद्दे पर हस्तक्षेप कर विधानसभा बजट सत्र में इस मामले पर चर्चा करें ताकि फ्लाई ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य चालू हो सके और लाखों लोगों को रेलवे क्रॉसिंग जाम से निजात मिल सके साथ ही स्थानीय विधायक सांसद से भी किसान आग्रह करते हैं कि आप हमारे विधायक सांसद हैं समस्या समाधान कराने की आपका जिम्मेदारी है, आप से अनुरोध करते हैं कि इस समस्या को विधानसभा बजट सत्र में आपकी ओर से उठाई जाय और क्रॉसिंग जाम से कराह रही आमजन और छात्र छात्राओं को राहत दिलाएं।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का ध्यान फ्लाई ओवर ब्रिज की ओर खींचते हुए कहा कि आपने इस फ्लाई ओवरब्रिज का शिलान्यास कर इसे उसी हालत में छोड़ दिया, अब आप तो शायद इसे भूल ही गए होंगे कि टोरी चंदवा में भी फ्लाई ओवर ब्रिज के लिए शिलान्यास भी की गई थी, आप सभी का ध्यान इस ओर नहीं होने और इस मामले की लगातार अनदेखी के कारण इस कार्य को करने वाले एनएच विभाग पुरी तरह से गैर जिम्मेदार बना हुआ है , फ्लाईओवर ब्रिज के लिए करीब सात बार टेंडर निकाला, इस परियोजना के लिए राशि आवंटन के बाद भी कार्य शुरू करने के लिए एनएच विभाग कभी गंभीर नहीं रहा, एनएच विभाग और संबंधित पदाधिकारियों की उदासीनता के कारण अब तक इसका कार्य शुरू नहीं हो पाई।
टोरी रेलवे क्रॉसिंग जाम समस्या से लाखों किसान आमजन प्रत्येक दिन बुरी तरह प्रभावित हैं, चिलचिलाती धूप में घंटों रेलवे क्रॉसिंग जाम में फंसकर ग्रामीणों की जान निकल रही है, जाम की मार से प्रत्येक दिन लाखों ग्रामीण कराहने पर मजबूर हैं। एनएच पर टोरी रेलवे क्रॉसिंग होने और व्यस्त रेलमार्ग के कारण फाटक जाम में घंटों फंसे रहते हैं, कई बार मरीज लिए एम्बुलेंस भी जाम में फंस जाती है इसके कारण कई लोगों की मौत फाटक पर ही हो जाती है, जाम में चार पहिया वाहनों की लंबी लंबी कतारें लगी रहती हैं इसके अलावा छात्र – छात्राएं टाइम पर स्कूल कॉलेज नहीं पहुंच पा रहे हैं, रेलवे फाटक जाम में फंसकर महिलाओं का प्रसव इस रेलवे पाठक पर ही हो जाती है। अब रेलवे क्रॉसिंग जाम समस्या किसी को भी बर्दाश्त नहीं हो रहा है, इतनी बड़ी और गंभीर समस्या से किसान आमजन जूझ रहे हैं,
तथा स्टेशन के पश्चिम में फुट ब्रिज का कार्य करीब 4 माह से बंद है रेलवे अधिकारियों की उदासीनता के कारण, फुट ब्रिज नहीं होने से छात्र छात्राओं को रेलवे लाइन पार कर जान जोखिम में डालकर घर से स्कूल व स्कूल से घर आना जाना करना पड़ रहा छात्रों के घर लौटने तक इनके माता पिता भय में रहते हैं। इस स्टेशन से रेलवे विभाग को राजस्व की आमद अच्छी है परंतु यात्रियों के लिए स्टेशन आने जाने की कोई सुविधा नहीं है।
कौन कौन हैं सत्याग्रह में
सत्याग्रह में लोकसभा के पूर्व प्रत्याशी सह कामता पंचायत समिति सदस्य अयुब खान, ग्राम प्रधान पचु गंझू, वार्ड सदस्य जमरूल खान, किसान साजिद खान, सनिका मुंडा, जिदन टोपनो, बुधराम बारला, अनु खान, माइकल हंस, सैफुल खान, तबरेज खान, शाहबान खान, कैस खान, मो0 छोटु, मोफील खान, सनिका मुंडा, छटु खान, एस रजा, जिदन टोपनो, लालधारी तुरी, कमल गंझु, क्युम खान, टिपू खानि, जिसान खान, आमिर खान, जहांगीर खान, सरफराज खान, रुस्तम खान, वाजीद खान, रेहाना खातुन, रसीदा खातुन, रोजी खातून, बेबी खातुन, हसबुन बीबी, नसबुन बीवी, गुलनाज बीवी, चंदा देवी, सीमा सीमा देवी, वाहिद खान, लालो देवी, सीमा देवी, गोपी गंझू, रमजान साईं चिस्ती, इंदर राजा, सैफुल खान, रुपू खान समेत कई किसान शामिल हैं।