रांची: यद्यपि गुरुवार को खूंटी पुलिस ने राजस्थान के अफीम व्यापारी का सिर कलम कर शव और सिर को दो अलग-अलग जगहों पर फेंकने वाले तीन अपराधियों में से दो को गिरफ्तार कर अनुसंधान की श्रेष्ठ क्षमता का परिचय दिया है परन्तु घटना ने अफीम के फल फूल रहे व्यापार को अच्छी तरह उजागर कर दिया है।
गिरफ्तार किए गए लोगों में हरसिंह मुंडा (42) और आनंद मुंडा (34) शामिल हैं। दोनों रांची के नामकुम के रहने वाले हैं। उनकी निशानदेही पर डीलर का सिर और डीलर से लूटी गई 8.5 लाख रुपये की नकदी के अलावा अपराध में इस्तेमाल की गई दरांती और हथौड़ा बरामद किया गया। इस से यह पता चलता है कि कैसे भोले भाले जनजातीय समाज को अफीम के धंधे में धकेल कर उनको अपराध की और ले जाया जा रहा है।
खूंटी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अमन कुमार ने खूंटी स्थित अपने कार्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर जो जानकारी दी वह चौकाने वाला है और भविष्य में सचेत रहने की चेतावनी देता है।
एसपी कुमार ने कहा, “यह पूरी तरह से एक ब्लाइंड केस था, जिसे पुलिस ने अपराध में शामिल तीन में से दो को गिरफ्तार करके सुलझा लिया। हत्या रांची में की गई थी। जिसके बाद सिर को रांची में दफना दिया गया और पुलिस को भ्रमित करने के लिए सिर कटे शव को खूंटी में फेंक दिया गया।”
एसपी कुमार ने मामले की विस्तृत जानकारी दी और बताया कि इसे कैसे सुलझाया गया।
“दिनांक 28.02.2025 की सुबह कुजाराम से चुकारू जाने वाली मुख्य सड़क के किनारे मरंगहादा थाना क्षेत्र के जानुमडीह गांव के पास एक अज्ञात युवक का सिर कटा शव बरामद किया गया था। इस संबंध में मरंगहादा थाना में सुसंगत धाराओं के तहत अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध मामला दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया गया था। यह मामला पूर्णतः ब्लाइंड केस था। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक, खूंटी द्वारा मामले की गुत्थी सुलझाने तथा घटना में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, खूंटी के नेतृत्व में एक एसआईटी टीम का गठन किया गया था,” उन्होंने कांड का खुलासा करने के लिए कांड दर्ज करने तथा टीम के गठन की जानकारी दी। शव की शिनाख्त कैसे हुई, इस बारे में बताते हुए उन्होंने बताया कि: “अज्ञात मृतक के शव को गठित एसआईटी टीम द्वारा शिनाख्त हेतु स्थानीय समाचार पत्रों एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में प्रकाशित कराया गया। दिनांक 02.03.2025 को उक्त अज्ञात मृतक के भाई महिपाल पुत्र स्व. हीराराम, निवासी हिमोली, पुलिस थाना-भोपालगढ़, जिला-जोधपुर (राजस्थान) ने मारंगहाडा पुलिस थाने में आकर मृतक की शिनाख्त अपने भाई पुखराज पुत्र स्व. हीराराम, निवासी हिमोली, पुलिस थाना-भोपालगढ़, जिला-जोधपुर (राजस्थान) के रूप में की।”
अपराधी की शिनाख्त एवं गिरफ्तारी कैसे हुई, इस बारे में बताते हुए एसपी कुमार ने बताया कि: “एसआईटी टीम द्वारा गहन तकनीक अनुसंधान, वैज्ञानिक अनुसंधान, डॉग स्क्वायड द्वारा जांच एवं वैज्ञानिक जांच के आधार पर घटना में संलिप्त 03 अपराधियों की पहचान की गई, जिनमें से 02 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया।”
सिर बरामदगी के बारे में बताते हुए एसपी कुमार ने कहा कि गिरफ्तार अपराधियों आनंद मुंडा और हरसिंह मुंडा की निशानदेही पर नामकुम थाना क्षेत्र के सुकरीडीह के जंगल से मृतक का सिर दफन अवस्था में बरामद किया गया। अपराध के पीछे की वजह बताते हुए एसपी कुमार ने कहा कि अपराधियों ने बताया कि वे मृतक पुखराज के साथ पूर्व से अफीम/डोडा का कारोबार करते रहे हैं और घटना के दिन अफीम/डोडा कारोबार के बकाया पैसे मांगने को लेकर मृतक से उनका विवाद हुआ था। इसी बात को लेकर उन्होंने अपने एक दोस्त के साथ मिलकर मृतक को सोते समय लाठी, डंडे और हथौड़े से मारकर हत्या कर दी और फिर साक्ष्य छिपाने की नीयत से उसका सिर काटकर जमीन में गाड़ दिया और उसके बैग और कपड़ों को जला दिया। बरामदगी के बारे में जानकारी देते हुए एसपी कुमार ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान पर मृतक का कटा हुआ सिर, घटना में प्रयुक्त 01 आल्टो कार, 04 मोटरसाइकिल, 01 दरांती, 01 हथौड़ा, 05 मोबाइल फोन तथा 8,50,000/- (साढ़े आठ लाख रुपए) नकद धनराशि विधिवत बरामद कर जब्त कर ली गई है। तीसरे अभियुक्त के बारे में पूछे जाने पर एसपी कुमार ने बिना पहचान बताए बताया कि उसकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।