रांची: जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में शहीद हुए कैप्टन करमजीत सिंह बख्शी को हजारीबाग में अंतिम विदाई दी गई। उनकी अंतिम यात्रा उनके पैतृक घर से शुरू होकर मुक्तिधाम तक गई, जहां भारी भीड़ उमड़ी। लोग सड़कों पर खड़े होकर उनके पार्थिव शरीर पर फूल बरसा रहे थे और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगा रहे थे। सम्मान के तौर पर पूरे शहर में दुकानें बंद रहीं। रास्ते में सभी वर्गों के लोगों ने वीर शहीद को श्रद्धांजलि दी और उन्हें सलामी दी।
पिता ने किया अंतिम संस्कार
निर्धारित मार्ग से होते हुए कैप्टन करमजीत की शवयात्रा मुक्तिधाम पहुंची, जहां सेना के जवानों और स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने उन्हें औपचारिक सलामी दी। इसके बाद उनके पिता ने अंतिम संस्कार किया और अपने बेटे को बेहद गर्व और दुख के साथ अंतिम विदाई दी। हजारीबाग की उपायुक्त नैंसी सहाय, एसपी अरविंद कुमार सिंह और सदर विधायक प्रदीप प्रसाद समेत कई गणमान्य लोगों ने अंतिम संस्कार में शामिल होकर श्रद्धांजलि दी।
5 अप्रैल को होनी थी शादी
कैप्टन करमजीत सिंह बख्शी की शादी 5 अप्रैल को होनी थी। उनके बलिदान से उनका परिवार दुखी है, लेकिन उन्हें उन पर गर्व भी है। उनकी देशभक्ति और वीरता आने वाली पीढ़ियों को हमेशा प्रेरित करती रहेगी। उनकी शहादत न केवल उनके परिवार के लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक बड़ी क्षति है।
कल राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने बिरसा मुंडा एयरपोर्ट, रांची जाकर शहीद कैप्टन सरदार करमजीत सिंह बख्शी के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने शोक संतप्त परिवार से मुलाकात की और संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि भारत माता के इस वीर सपूत का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।