कृषि मंत्री द्वारा राष्ट्रीय खाद्य प्रणाली परिवर्तन सेमीनार का उद्घाटन
देशभर केआठ राज्यों से 25 एफपीओ कर रहे शिरकत
रांची: सेंटर फॉर वर्ल्ड सालिबैरीटी (सीडब्लूएस) द्वारा संचालित और वेल्टहंगरहिलफे (डब्लूएचएच) द्वारा प्रायोजित भूमिका परियोजना के अंतर्गत आज सोशल डेवलपमेंट सेंटर में झारखंड सरकार की कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री सुश्री शिल्पी नेहा तिकों द्वारा दो दिवसीय राष्ट्रीय खाद्य प्रणाली परिवर्तन सेमीनार का उद्घाटन किया गया। मौके पर पर्यावरणविद फ्यश्री चामी मुर्मू तथा झारखंड राज्य वित्त आयोग के के सदस्य डॉ हरिश्चर दयाल भी मौजूद थे।
उद्घाटन समारोह के उपरांत मंत्री द्वारा भूमिका हाट में देशभर के 8 राज्यों से शिरकत कर रहे 25 किसान उत्पादक समूह द्वारा लगाए गए स्टॉल का अवलोकन किया गया। गौरतलब है कि इस आयोजन में झारखंड समेत मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, पंजाब एवं हरियाणा से आए किसान विभिन्न तरह के जैविक उत्पाद जैसे देशी किस्म के धान एवं दलहन, मोटे अनाज, तेलहन, गुड, मधु, पी, मसाले, अचार और पापड़ समेत सैकड़ों उत्पाद की प्रदर्शनी लगायी गयी है।
किसानों को संबोधित करते हुए मंत्री सुश्री शिल्पी नह तिकों ने कहा कि झारखंड में सीमांत किसानों की संख्या ज्यादा है। हमारे जित्सान उत्पावन तक सीमित रह जाते हैं। अपने उत्पाद में वैल्यू एडीशन नहीं कर पाते हैं। सरकार की कोशिश है इस चुनौती से निबटने के लिए एफपीओ के साथ मिलकर काम करेगी।
उन्होंने आगे बताया कि हमें गुणवत्ता और मांग को भी समझना होगा। सरकार इस दिशा में समुचित माहौल तैयार करने में अपना भरपूर सहयोग प्रदान करेगी।
इस सेमीनार के अंतर्गत कई दौर के कार्यशाला और परिचर्चा आयोजित की गयी जिसमें देशभर से आए निशेषज्ञों ने प्रगतिशील जैविक खेती पर बिचार, केस स्टडी, अपने अनुभव और सुझाव रखे।
इस दो दिवसीय सेमीनार का उद्देश्य पारिस्थितिक मूल्य शृंखलाओं को मजबूती प्रदान करते हुए छोटे किसानों के अनुकूल बाजार तैयार करना है। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में डब्लूएचएच के लीड एक्सापर्ट अंशुमान वास, प्रोग्राम कोऑर्डनेटर श्रुति पांडे, सीडब्लूएस के निदेशक राजेश झा, संयुक्त निदेशक पलाश भूषण चटर्जी, शिरीष जोशी तथा सुव्रत राणा की प्रमुख भूमिका रही।
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