रांची: प्रसिद्ध कृषि अर्थशास्त्री एवं योजनाकार तथा बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के अवकाशप्राप्त निदेशक (योजना एवं विकास) डॉ राधाकांत मिश्र का सोमवार की शाम कृषि बिहार, अरसंडे, कांके स्थित उनके आवास पर निधन हो गया। उनकी उम्र लगभग 92 वर्ष थी।
बीएयू में उपनिदेशक और निदेशक (पीआईएम) के रूप में उन्होंने 1983 से 1993 तक कार्य किया। इसके पूर्व वह बिहार सरकार में योजना पदाधिकारी के रूप में पटना में कार्यरत थे। डॉ मिश्र मूलतः सीतामढ़ी जिला के रहने वाले थे। बीएयू से अवकाश प्राप्ति के बाद उन्होंने झारखंड सरकार के कृषि विभाग के परामर्शी के रूप में भी कार्य किया। उन्होंने कृषि, पशुपालन, मत्स्य पालन , कृषि डेटा आदि से संबंधित एक दर्जन से अधिक पुस्तकों की रचना की जिसमें पहली पुस्तक का लोकार्पण भारत सरकार के तत्कालीन वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री के रूप में बाबूलाल मरांडी ने किया था। उनकी कई पुस्तकों का लोकार्पण झारखंड के राज्यपाल तथा विधानसभा अध्यक्ष ने भी किया था। उनके द्वारा स्थापित कृषि डेटा बैंक से कृषि और ग्रामीण विकास संबंधी विषयों पर शोध करने वाले बहुत से शोधार्थियों को काफी मदद मिली।
उनके एकमात्र पुत्र पंकज मिश्र ने पत्रकार के रूप में रांची एक्सप्रेस, दैनिक जागरण, सन्मार्ग, खबर मंत्र, नव प्रदेश आदि अखबारों में लंबे समय तक विभिन्न पदों पर कार्य किया।