1. व्यायाम और स्वास्थ्य, कम वसा और कम कैलोरी आहार के माध्यम से शरीर के सही वजन को बनाए रखना चाहिए।
2. हाई-शुगर या तले हुए खाद्य पदार्थों के सेवन से परहेज करना चाहिए।
3. पर्याप्त सब्जियों, फलों और अधिक फाइबर वाले पौष्टिक भोजन का सेवन करना चाहिए।
4. नियमित रूप से चलना, तैराकी, योग आदि के माध्यम से शारीरिक रूप से सक्रिय रहना। तत्पश्चात उपाधीक्षक सदस्य अस्पताल, रांची डॉक्टर विमलेश कुमार सिंह द्वारा बताया गया कि मधुमेह से पीड़ित मरीजों की विशेष देखभाल एवं नियमित जांच करने की आवश्यकता है जिससे हम लोगों को स्वस्थ रहने में मदद कर पाएंगे।
कार्यक्रम के दौरान डी.आर.सी एच.ओ, रांची, डॉ असीम कुमार मांझी, डॉक्टर ए.आर.मुस्ताफी ,डॉक्टर ए.के झा, डॉ आरके सिंह ,डॉक्टर मुजम्मिल, डॉ एस प्रसाद,DPM रांची प्रवीण कुमार सिंह, हॉस्पिटल मैनेजर जीरन एस कंडोलना आदि अस्पताल के पदाधिकारी/ कर्मचारी गण मौजूद रहे।
रांची: सिविल सर्जन रांची, डॉक्टर प्रभात कुमार के निर्देश पर सदर अस्पताल रांची के डॉक्टर चैंबर में विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर संगोष्ठी का आयोजन उपाधीक्षक सदर अस्पताल रांची डॉक्टर विमलेश सिंह के नेतृत्व में दीप प्रज्वलित कर विधिवत रूप से आयोजित की गई। इस अवसर पर जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी सह नोडल पदाधिकारी एन.सी.डी सेल, रांची डॉक्टर सीमा गुप्ता ने बताया कि द लांसेट में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार दुनिया भर में 828 मिलियन (82.8 करोड़) से अधिक वयस्कों को मधुमेह है। जिनमें से मधुमेह के मरीज भारत में सबसे ज्यादा हैं।पिछले 30 वर्षों में मधुमेह रोगियों की संख्या दोगुनी होकर 800 मिलियन से अधिक हो गई है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने पहले अनुमान लगाया था कि लगभग 422 मिलियन लोगों को मधुमेह हो सकता है। इससे भी चिंताजनक बात ये है कि 30 और उससे अधिक आयु के आधे से अधिक लोग जो मधुमेह के शिकार हैं।मधुमेह के बढ़ते मामलों और इसके घातक परिणामों को देखते हुए सभी लोगों को स्वस्थ आहार और व्यायाम के माध्यम से इसे नियंत्रित करने के लिए प्रयास करते रहना चाहिए। स्वास्थ्य संबंधित कई तरह की जटिलताओं का खतरा जीवन भर बना रहता है। सही से उपचार नहीं होने पर मधुमेह के कारण कई गंभीर परिणाम देखे जा सकते हैं इस स्थिति में हृदय रोग, किडनी डैमेज की समस्या, आंखों की रोशनी कम होने और गंभीर स्थितियों और पैर या अन्य अंगों के काटने का भी कारण बन सकती है।
मधुमेह से बच्चों के निम्न सावधानियां बरतने की आवश्यकता हैं।