फिर सुलगा एनटीपीसी प्रभावित बिरहोर मौत मामला,भारत सरकार ने कार्रवाई के लिए मुख्य सचिव को लिखा पत्र
पीआईएल मैन दुर्गा मुंडा ने बिंदुवार शिकायत कर दिया चेतावनी सरकार कार्रवाई नही करती है तो हाईकोर्ट में करेंगे याचिका दायर
रांची – एनटीपीसी के चट्टी बरियातू कोल परियोजना से पगार बिरहोर टोला में प्रभावित आदमी जनजाति बिरहोर समुदाय के दो लोगो की मौत पर भारत सरकार ने झारखंड के पीआईएल मैन दुर्गा मुंडा उर्फ दुर्गा उरांव के शिकायत पर झारखंड के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
दुर्गा मुंडा ने अपने शिकायत में कहा था कि एनटीपीसी ने जिला प्रशासन के सहयोग से बिरहोर परिवारों को बिना पुर्नवास किए उनके निवास स्थल के पास खनन चालू कर दिया। इस दौरान पर्यावरण संरक्षण और खनन सुरक्षा का उल्लंघन तथा बिरहोर परिवारों द्वारा खनन से पूर्व जिला प्रशासन से अन्यत्र बसाने की मांग को दरकिनार कर जबरन खनन कार्य करने/करवाने की शिकायत में उल्लेख किया है।
शिकायत में यह भी कहा गया है कि जब दो बिरहोर की मौत के मामले में संयुक्त जांच कमिटी ने यह अनुसंशा किया था कि जब तक बिरहोर परिवारों को अन्यत्र नही बसा नही दिया जाता,तब तक खनन कार्य करना श्रेयस्कर नही होगा। इसके बावजूद जिला प्रसाशन ने कोई कार्रवाई नही किया। उल्टा दो बिरहोर की मौत के कारणों को छिपाने के लिए उनका पोस्टमार्टम नही किया। जबकि अन्य संदेहास्पद मामलों में पुलिस चिता से लेकर कब्र से लाश उठा कर पोस्टमार्टम करवाती है। लेकिन यहां नही किया गया ।
दुर्गा मुंडा ने आगे कहा कि एनटीपीसी के इशारे पर जिला प्रशासन ने बिरहोर परिवारों की सुरक्षा और आपत्तियों को दरकिनार कर खनन कार्य चालू होने दिया और दो मौतों के कारणों पर पर्दा डालने तथा जांच कमिटी की अनुशंसा को भी नही माना। विदित हो कि इसके पूर्व राष्ट्रीय मानवधिकार आयोग ने भी हज़ारीबाग़ के उपायुक्त से चार बिंदुओं में स्पष्टीकरण मांग चुका है। शिकायत में यह भी कहा गया है कि अगर सरकार शिकायत में उल्लेखित बिंदुओं पर कार्रवाई नही करती है तो झारखंड हाईकोर्ट में याचिका दायर किया जाएगा जिसमें सबकी भूमिका को चिन्हित कर आरोपी बनाया जाएगा।