रांची: भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि उच्चतर प्रसंस्करण संस्थान, नामकुम, रांची तक सतर्कता जागरूकता सप्ताह के उपलक्ष्य में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया। इस अवसर पर सभी कर्मचारियों ने स्वच्छ एवं जागरूक मनोवृत्ति बनाये रखने की शपथ ली।
कार्यक्रम का मुख्य विषय “सत्यनिष्ठा की संस्कृति से राष्ट्र की समृद्धि” था। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी श्री विभूति भूषण प्रधान उपस्थित रहे। सबसे पहले संस्थान के निदेशक ने मुख्य अतिथि को पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया और इस सप्ताह की महत्ता पर संक्षिप्त भाषण दिया। निदेशक महोदय ने कहा कि सतर्कता सप्ताह हमें हमारे दायित्वों और अनियमितताओं से बचने के महत्व का पुनः स्मरण कराता है।
इसके पश्चात वित्त एवं लेखाधिकारी श्री ऋषभ देव ने मुख्य अतिथि का परिचय दिया और सतर्कता सप्ताह का महत्व बताया। उन्होंने इसे सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के महत्व से भी जोड़ा। इसके बाद मुख्य अतिथि श्री विभूति भूषण प्रधान ने ‘अखंडता’ की संकल्पना को समझाया। उन्होंने बताया कि ‘अखंडता’ और ‘एकीकरण’ में अंतर है, और कैसे सरदार पटेल ने भारत के एकीकरण में योगदान दिया। उन्होंने सामाजिक, साहित्यिक, आध्यात्मिक एवं नैतिक अखंडता के विभिन्न प्रकारों पर प्रकाश डाला और कहा कि जीवन में अखंडता का पालन सामाजिक अन्यायों को दूर कर सकता है।
उन्होंने जोर दिया कि अखंडता का होना न केवल विशेष अवसरों तक सीमित होना चाहिए बल्कि यह हमारे दैनिक कार्यों में भी सदैव बनी रहनी चाहिए। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि शक्ति का संतुलन आवश्यक है क्योंकि अत्यधिक शक्ति का संकेन्द्रण भ्रष्टाचार को जन्म देता है। सभी प्रकार के अन्याय के विरुद्ध मुखर होकर अपनी बात रखनी चाहिए। प्रधान ने गौतम बुद्ध के विचारों का उल्लेख करते हुए कहा कि सभी प्रकार के दुःख की उत्पत्ति इच्छा से होती है और व्यक्ति को अपनी इच्छाओं पर नियंत्रण रखना चाहिए न कि इच्छाओं को स्वयं पर हावी होने देना चाहिए।
मोहम्मद तारिक जमां ने पूरे कार्यक्रम का संचालन किया इसके बाद डॉ. निरंजन प्रसाद ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। 30 अक्टूबर को संस्थान के सभी कर्मचारियों ने प्रशासनिक स्टाफ द्वारा आयोजित एक क्विज प्रतियोगिता में हिस्सा लिया।