JMM के प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य की प्रेस वार्ता पर भाजपा ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अजय साह ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि JMM का चुनाव आयोग और प्रवर्तन निदेशालय (ED) जैसी संवैधानिक संस्थाओं पर सवाल उठाना उनकी पुरानी आदत बन चुकी है। यह वही पार्टी है जो हर बात पर संविधान की दुहाई देती है, लेकिन दूसरे ही दिन संवैधानिक संस्थाओं की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा करती नजर आती है। इससे यह साफ हो जाता है कि JMM को अपनी हार का अंदेशा है, और वह पहले से ही हार के बहाने तैयार कर रही है।
अजय साह ने यह भी कहा कि धनबाद में कोयला चोरी के मामले की जांच का आदेश माननीय उच्च न्यायालय ने दिया था। तो क्या अब JMM यह कहना चाहती है कि उच्च न्यायालय भी भाजपा के पक्ष में है? अगर JMM को ED की कार्रवाइयों के बारे में जानकारी चाहिए, तो उन्हें भाजपा से नहीं बल्कि अपने महंगे वकीलों से पूछना चाहिए, जिन्हें JMM ने जनता के पैसे से रखा है और जो भ्रष्टाचारियों को बचाने में लगे हैं। जहां तक घुसपैठ का सवाल है, अजय साह ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार और प्रदेश भाजपा हमेशा राष्ट्रविरोधी ताकतों का विरोध करती रही है। अगर केंद्र सरकार ED का उपयोग भ्रष्टाचारियों पर नकेल कसने के लिए कर रही है, तो यह एक सराहनीय कदम है। राज्य सरकार ने अपने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) से अब तक क्या कार्रवाई की है, इसका जवाब JMM को देना चाहिए।
JMM द्वारा प्रधानमंत्री के झारखंड आगमन पर उठाए गए सवालों को लेकर अजय साह ने कहा कि जब केरल से मुस्लिम लीग से जुड़े सांसद या कश्मीर के नेता झारखंड आते हैं, तो JMM उनका रेड कारपेट बिछा कर स्वागत करती है। लेकिन जब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, या हिंदू हृदय सम्राट योगी आदित्यनाथ का दौरा होता है, तो JMM को इससे परेशानी होती है।
कुल मिलाकर, सुप्रियो भट्टाचार्य की प्रेस वार्ता में वही झलक थी जो उनकी पार्टी की आने वाली हार के बाद देखने को मिलेगी।