कांग्रेस में टिकट पाने की तीन शर्त, पैसे वाला हो, बड़े परिवार का हो एवं प्रधानमंत्री मोदी को गाली देने वाला हो : हिमंत बिस्वा सरमा
Ranchi: भाजपा प्रदेश कार्यालय में 28 अक्टूबर को मिलन समारोह का आयोजन किया गया। मौके पर कांग्रेस के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष मानस सिन्हा अपने समर्थकों के साथ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए। उन्हें झारखंड भाजपा के सह चुनाव प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा और कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष डॉ रविंद्र राय ने पार्टी में शामिल कराया। इस अवसर पर निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश भी मौजूद थे।
इस अवसर पर हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि कांग्रेस में समर्पित कार्यकर्ताओं को महत्व नहीं दिया जाता है। कांग्रेस परिवार और चाटुकारों की पार्टी बन गई है। कांग्रेस में टिकट मिलने की तीन शर्त है। कार्यकर्ता के पास बड़ा घर और पैसा होना चाहिए। उसका किसी बड़े परिवार से संबंध होना चाहिए और प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग करने और गाली देने वाला हो।
श्री सरमा ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा में बंटी बबली का सम्मान होता है और शहीद के वंशजों का अपमान किया जाता है। सरकारी पदाधिकारी भी अब झामुमो सरकार के खिलाफ विद्रोह कर रहे हैं। हेमंत सोरेन तब तक पदाधिकारी का उपयोग करते रहे, जब तक उन्होंने साथ दिया। आज पदाधिकारी जब उनके गलत चीजों का विरोध कर रहे हैं, तब वे पदाधिकारी के खिलाफ खड़े हो रहे हैं। ऐसा कहीं नहीं देखा गया कि मुख्यमंत्री अफसर के खिलाफ खड़े हुए हो।
इस अवसर पर भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ रविंद्र कुमार राय ने कहा कि भाजपा ने झारखंड राज्य गठन की प्रसव पीड़ा सही है। प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के नेतृत्व में राज्य का गठन हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ही राज्य का सर्वांगीण विकास संभव है। भाजपा सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास पर भरोसा करती है। भाजपा और एनडीए सरकार में सभी वर्गों को सम्मान और अधिकार मिलेगा।
इस अवसर पर मानस सिन्हा ने कहा कि पिछले 27 वर्षों से वे कांग्रेस में थे। कांग्रेस पार्टी में समर्पित कार्यकर्ताओं की अब पूछ नहीं है। भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं को मान सम्मान देती है। भारतीय जनता पार्टी की नीति सिद्धांत, कार्य और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के व्यक्तित्व से प्रभावित होकर पार्टी में शामिल हुए हैं। झारखंड में भाजपा की सरकार बनाने के लिए रांची सहित पूरे राज्य की विधानसभा में तन-मन से और समर्पित होकर काम करेंगे। पार्टी जो जिम्मेदारी देगी, उसका निर्वहन करेंगे।
भाजपा में शामिल होने वालों में 20 सूत्री प्रखंड अध्यक्ष मंसूर अंसारी, 20 सूत्री प्रखंड उपाध्यक्ष देवचन प्रसाद यादव, गढ़वा जिला सचिव अशरफ अंसारी सहित अरविंद कुमार यादव, हकीमुद्दीन अंसारी, अलोक कुमार यादव, नवीजाम अंसारी, शैलेश प्रताप देव शैलेंद्र प्रसाद देव, इरफान अंसारी, इंद्रदेव बैठा, इनाज अंसारी, भोला राम, मंसाफ अंसारी, प्रमोद पटेल, नईमुद्दीन अंसारी, सुधीर मेहता, साबिर अंसारी, रोहित कुमार मेहता, विकास कुमार चौधरी, रोशन मेहता, नईमुद्दीन अंसारी, रोशन कुमार रजक, इंद्रदेव बैठा, मुख्तार अंसारी, प्रभात कुमार चंद्रवंशी, महफूज अंसारी, विक्रम कुमार यादव, साबिर अंसारी, विकास बैठा, फिरोज अंसारी, मनीष विश्वकर्मा, श्याम सुंदर बैठा, सुनील यादव, शैलेश बैठा, समशाद अंसारी, अजीत यादव, अमरेश राम, मिथिलेश कुमार, रामानुज कुमार, सुधांशु कुमार यादव, ऋषभ श्रीवास्तव भी शामिल हैं।
भाजपा अपने काले दामन को देखकर कांग्रेस के दागों को दिखाने की कोशिश करे: प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सोनाल शांति
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सोनाल शांति ने हिमंता बिस्वा सरमा द्वारा कांग्रेस पर लगाए आरोपों पर जवाब देते हुए कहा कि भाजपा के खुद का दामन कालिख से भरा हुआ है और वह कांग्रेस पर आरोप लगा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा में उम्मीदवार बनने के तीन योग्यताएं हैं- सबसे बड़ा भ्रष्टाचारी होना,दूसरे दल का होना,बड़े नेताओं का रिश्तेदार होना। भ्रष्टाचारियों की पूरी फौज भाजपा ने झारखंड में उतार रखी है। पूरे देश में उम्मीदवारों का सर्वे उठाकर देखा जाए तो भाजपा भ्रष्टाचारियों को उम्मीदवार बनाने में अव्वल है।
आज भाजपा के झारखंड सहित देश में सांसद और विधायकों की संख्या 60% ऐसे नेताओं की है जो दूसरे दलों से आए हुए हैं। झारखंड बीजेपी की पूरी टीम दूसरा दलों की आयातित नेताओं की है,खुद भाजपा के प्रदेश प्रमुख मरांडी जी इसके प्रत्यक्ष उदाहरण है।
बड़े नेताओं के नजदीकी रिश्तेदारों की उम्मीदवारी के मामले में भाजपा पहले नंबर पर है और परिवारवाद का जीता जागता उदाहरण झारखंड बीजेपी है। श्रीमती पूर्णिमा दास साहू, श्रीमती गीता कोड़ा, श्रीमती मीरा मुंडा,रोशन चौधरी, चंपई सोरेन,बाबूलाल सोरेन,भानु प्रताप शाही,पुष्पा देवी जैसे लोग इस चुनाव में उम्मीदवार के रूप में सामने है जो परिवारवाद का नमूना मात्र है।
हिमंता बिस्वा सरमा ने कांग्रेस पर आरोप लगाने से पहले अपने घर के आंगन को नहीं देखा जहां उनके नेता कार्यकर्ता हताश निराश खड़े आयातित नेताओं की चापलूसी करने को मजबूर हैं। भाजपा के दरवाजे अपने कार्यकर्ताओं के लिए बंद और दूसरे दलों के नेताओं के लिए खुले हैं। अभद्रता और अपशब्दों का प्रयोग भाजपा नेताओं का गहना है जिसकी दीक्षा उन्होंने अपने गुरुदेव नरेंद्र मोदी जी से ली है। उन्होंने हिमंता बिस्वा को सलाह देते हुए कहा कि बिना विचारे कांग्रेस को आईना दिखाने से पहले अपने चेहरे को जरूर देख ले ताकि जनता के सामने आपका काला चरित्र उजागर ना हो जाए।