Ranchi: देश के रत्न, उद्योगपति और संवेदनशील व्यक्ति, टाटा संस के चेयरमैन एमेरिटस रतन टाटा जी के निधन की खबर से पूरा देश स्तब्ध और दुखी है। इसे लेकर झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय में श्रद्धाजंलि सभा आयोजित की गई । इस दौरान कुलपति के साथ साथ सभी कर्मचारियों व अधिकारियों ने रत्न टाटा की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की । कुलपति के बी दास ने कहा कि पद्म विभूषण से सम्मानित रतन टाटा के निधन से ने देश ने एक ऐसे प्रतीक को खो दिया है, जिसने राष्ट्र निर्माण के साथ कॉर्पोरेट विकास और नैतिकता के साथ उत्कृष्टता का मिश्रण किया।
रतन टाटा दूरदर्शी कारोबारी नेता,दयालु व्यक्तित्व के साथ साथ असाधारण इंसान थे। आज भारत की अर्थव्यवस्था ऐतिहासिक छलांग लगाने के कगार पर खड़ी है। इस स्थिति में आने में रतन टाटा के जीवन और काम का बहुत बड़ा योगदान है जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने दुनिया को बताया कि परोपकार के साथ कारोबार को कैसे बढाया जाता है सामाजिक दायित्व को उन्होंने हमेशा प्राथमिकता दी ।उनके कुशल नेतृत्व में टाटा ग्रुप की कंपनियों ने देश के विकास में अहम योगदान दिया। देश की अर्थव्यवस्था, व्यापार और उद्योग को गति देने के साथ ही युवा उद्यमियों को भी उन्होंने काफी बढ़ावा दिया। राष्ट्र सेवा में उनके अमूल्य योगदान के लिए देश सदैव उनका ऋणी रहेगा ।महाप्रभु जगन्नाथ उनको अपने निजधाम में स्थान दें। उनके परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करता हूं।
इस दौारन कुलसचिव के के राव,प्रो. के बी पांडा,सीओई बी बी मिश्रा,उप कुलसचवि अब्दुल हलिम व उज्जवल कुमार,प्रो देवव्रत सिंह,डा राजेश कुमार,डा अमरेंद्र कुमार,डा सुरदर्शन, रश्मि वर्मा समेत कई शिक्षकगण,कर्मचाीर व पदाधिकारियों ने श्रद्धाजंलि दी।