लेस्लीगंज (पलामू): झारखंड में विधानसभा चुनाव की घोषणा अभी नही हुई है,किन्तु सभी राजनीतिक दलों ने अपनी अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।अपनी इसी योजना के तहत भाजपा ने राज्य में परिवर्तन यात्रा निकाल रही है। परिवर्तन यात्रा आज पांकी विधानसभा में किया जा रहा है जिसके पोस्टर ब्वॉयज नेता से अभिनेता बने भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार रविकिशन ने लेस्लीगंज और पांकी की सभा मे कहा कि भय-भूख और भ्रष्टाचार को भगाने के लिए यह परिवर्तन यात्रा निकाली गयी है।आदिवासी राज्य झारखंड में आदिवासी समाज ही सुरक्षित नहीं है।यहाँ सुनियोजित तरीके से आदिवासियों की संख्या घटायी जा रही है।आदिवासी बहन बेटियों को षड्यंत्र से प्रेमजाल में फंसाया और इसी के आड़ में उनके जमीन जंगल पर कब्जा किया जा रहा है।
रविकिशन ने अपनी बात भोजपुरी में पालमुवासियों को अभिवादन करते हुए कहा कि पांकी विधानसभा वासियों को मैं सांसद और आप सबों के चहेता रविकिशन अपने भोजपुरिया समाज की ओर से गोड़ छू के प्रणाम करइत ही जोहार करइत ही।आज रऊआ सब के बीच एगो निहोरा करे आइल ही कि आज के राउर झारखंड के सरकार भ्रष्टाचार में डूबल बा, एकरा उखाड़ फेंके के जरूरत बा।
उन्होंने कहा कि यहां की सरकार जनता की परवाह नही कर रही है और अपनी तिजोरी भरने में लगी है।यहां मनरेगा घोटाला,खनिज घोटाला, बालू घोटाला यानी घोटाला ही घोटाला हो रहा है।आपके ही नदी के बालू जो फ्री था और रहना भी चाहिए आज 6000 हज़ार रु ट्रैक्टर बिक रहा है।प्रधानमंत्री द्वारा दिये जा रहे पीएम आवास नही बन पा रहे है।भय भूख भ्रष्टाचार चरम पर है।एक सुनियोजित तरीके से एक समुदाय विशेष को हर तरह से बढ़ावा दिया जाता रहा है।एसी स्थिति में इस सरकार को उखाड़ फेंकने की जरूरत है।झारखंड की समस्या सिर्फ झारखंड की नही बल्कि देश की समस्या बन चुकी है। आज जब हम आ रहे थे तब माननीय मुख्यमंत्री योगी जी ने बताया था कि झारखंड खासकर संथाल परगना रोहिंग्या और बँग्लादेसी मुसलमानों से त्रस्त है,वहाँ बहन बेटियां भी सुरक्षित नही है।भगवान बिरसा के वंशज आज रोजी रोटी के लिये मजदूर करने के लिए दूसरे राज्यों में डर दर की ठोकरे खाने को विवश है।क्या यही सपना भगवान विरसा,सिधो-कान्हो,तिलका मांझी ने देखा था।इसलिए जरूरत है इस सरकार को उखाड़ फेंकने की और भाजपा की सरकार बनाने की है।आपलोग जागिये और भाजपा को जिताकर मोदी के हाथों को मजबूत कीजिये.
अब सवाल उठता है कि सभी राजनीतिक दलों ने सिर्फ अपनी अपनी बातें कह रही है। 24 साल के झारखंड में सभी दलों ने शासन किया। सभी जनता को लुभाने के लिए यात्राएं निकाल रहे है किंतु झारखंड का विकास कैसे हो,इन 24 वर्ष के शासन काल मे कहाँ और क्या कमी रही कि राज्य विकास के मामले में काफी पिछड़ गया।इसपर कोई कुछ नही बोलता।सिंचाई के अभाव में खेत सूखे है करोड़ों की सिंचाई योजना अधर में लटकी हुई है चाहे औरंगा सिचाई योजना हो या मंडल डैम। सड़कें टूटी-फूटी हैं यह कैसे ठीक होगा,शिक्षा स्वास्थ्य सुविधाएं सभी बदहाल है।उग्रवाद फिर सर उठाने लगा यह समस्या क्यों है और इसका समाधान क्या होगा यह कोई नही बताता।झारखंड जहां देश का 35%खनिज संपदा है आज भिखारियों की तरह सिर्फ मज़दूर सप्लायर राज्य बनकर रह गया है।इस बीमारी से राज्य को छुटकारा कैसे मिले?विकास का विजन क्या हो इसपर तो कोई बात ही नही करता।येन केन प्रकारेण राज्य सता हासिल करना ही सभी राजनीतिक दलों का उद्देश्य मात्र है