अगस्त माह का मानदेय सितम्बर माह के अंतिम सप्ताह तक भुगतान नहीं होने एवं बिना सूचना / पत्र के 4% वार्षिक वृद्धि को रोके जाने पर सहायक अध्यापकों मे आक्रोश
अगस्त माह का मानदेय सितम्बर माह के अंतिम सप्ताह तक भुगतान नहीं होने एवं बिना सूचना / पत्र के 4% वार्षिक वृद्धि को रोके जाने पर सहायक अध्यापकों मे आक्रोश
राँची: सहायक अध्यापकों के मानदेय भुगतान मे लापरवाही एवं नौकरशाही के तानाशाही रवैये के कारण राज्य के 60,000 सहायक अध्यापकों में आक्रोश जताया है ।
ज्ञात है,कि राज्य परियोजना परिषद राँची के एक मौखिक आदेश के तहत राज्य के 60,000 सहायक अध्यापकों का जनवरी 2024 से मिलने वाले 4% वार्षिक इंक्रीमेंट पर रोक लगा दिया है, वही धनबाद, गुमला, जामताड़ा, बोकारो, हजारीबाग समेत कई जिला के प्रखंड लेखापाल ने आकलन उत्तीर्ण सहायक अध्यापकों का 10% मानदेय वृद्धि भी रोक दी गई है ।
झारखण्ड सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा राज्य प्रतिनिधि सिद्दीक शेख ने कहा कि सहायक अध्यापक सेवा शर्त नियमावली 2021 के तहत राज्य मे कार्यरत सहायक अध्यापकों के 4% वार्षिक वृद्धि का लाभ जनवरी 2023, 2024 से मिल रहा था, मगर राज्य परियोजना परिषद राँची के एक मौखिक आदेश के तहत सितम्बर 2024 से 4% वार्षिक इंक्रीमेंट के भुगतान पर रोक लगा दिया गया है, राज्य कार्यालय रांची से जहां 4% वार्षिक इंक्रीमेंट 2024 का रोकते हुए दिसम्बर 2023 के आधार पर भुगतान करने का मौखिक आदेश मिला है, मगर राज्य के कई जिला के लेखाकरण द्वारा मनमानी करते हुए आकलन उत्तीर्ण के 10% वार्षिक वृद्धि भी रोक दिया गया है,ये सहायक अध्यापकों के साथ अन्याय है, जिसका विरोध राज्य के पारा शिक्षक एकजुट होकर करेंगे।
ज्ञात हो कि नगर निगम शहरी क्षेत्र के सहायक अध्यापकों को दो वर्ष से वार्षिक इंक्रीमेंट का लाभ कैबिनेट से पारित होने के बावजूद नही मिल रहा है, वही पंचायत के अधीन सहायक अध्यापक के वार्षिक इंक्रीमेंट का रोकना विभाग की तानाशाही है ।
राज्य के नौकरशाह के तानाशाह के कारण राज्य सरकार पर आक्रोश बढ़ रहा है ।
यह जानकारी सिद्दीक शेख, राज्य प्रतिनिधि, झारखण्ड सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा राज्य इकाई, राँची ने दी।