Ranchi: झारखंड केन्द्रीय विवि में सोमवार को एक प्रेरणादायक कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम ‘स्वछता ही सेवा’ के अंतर्गत शिक्षा विभाग में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में “मिट्टीकूल” के संस्थापक मनसुखभाई प्रजापति मुख्य अतिथि थे। बता दे कि वह महात्मा गाँधी से काफी प्रभावित थे, और पर्यावरण को बचाने के लिए उन्होंने मिट्टीकूल नाम की कंपनी खोली। उन्होंने कहा,”हमारी परंपरा को लुप्त न होने दे।” और छात्रों को परंपरा से जुड़े रहने के लिए कहा।
मिट्टी के बर्तन बनाने में आने वाली चुनौतियों के बारे में बात करते हुए कहा कि, “यह बहुत मेहनत का काम है, सूर्योदय के पहले से काम शुरू करना पड़ता है और देर रात तक काम चलता है।” उन्होंने छात्रों को नये उद्योग खोलने के लिए प्रोत्साहित किया। मनसुखभाई के साथ उनके साथी सुबोध भी मौजूद रहे। मनसुखभाई का स्वागत डॉ. सुचिता सेन चौधरी ने पौधा देकर किया और मनसुखभाई के जीवन के बारे में सभी छात्रों को बताया।
कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक तरीके से हुई। गौरतलब है की प्रजापति ने मिट्टी से बने करीब 700 से अधिक वस्तुओं का निर्माण किया है। कार्यक्रम में डॉ. सुभाष बैठा, डॉ. रबिंद्र नाथ सर्मा और डॉ. विजय कुमार यादव के साथ अन्य शिक्षकगण भी मौजूद रहे। मंच संचालन बी.एड. की छात्रा सुश्री रश्मि और गीतिका कुमारी ने किया। कार्यक्रम का समापन डॉ. विजय कुमार यादव ने धन्यवाद ज्ञापन करके किया गया।