सीताराम येचुरी का मृत शरीर एम्स को दान करना अत्यंत साहसिक निर्णय,वे दिवंगत होकर भी अमर हो गए : कैलाश यादव
येचुरी को भारत के साथ दुनिया के 121 देशों ने उनके असामयिक निधन पर शोक व्यक्त किया, उनका व्यक्तित्व काफी अहम और उच्चस्थ था
Ranchi: सामाजिक संगठनों एवं श्रमिको द्वारा आयोजित सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी के श्रद्धांजलि सभा मनाया गया. कार्यक्रम में विशेष रूप से मुख्य अतिथि के तौर पर प्रदेश राजद महासचिव सह मीडिया प्रभारी कैलाश यादव शामिल होकर सीताराम येचुरी के तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दिया .
इस अवसर पर श्री यादव ने कहा की सीताराम येचुरी छात्र राजनीति जीवन से हीं काफी प्रतिभाशाली थे. वे पूर्ण रूप से राजनीति में कदम रखने के बाद हमेशा साम्प्रदायिक के खिलाफ और गरीब मजदूरों एवं अन्याय के विरोध में संघर्ष किया. उनका राजनीतिक इतिहास एक प्रखर राजनेता और धर्मनिरपेक्ष नेता के तौर पर रहा वे बामपंथी विचारधारा के सबसे बड़े नेता के रूप अपनी पहचान बनाई .
सीताराम येचुरी देश विदेश में भी एक स्तंभ के तौर पर जाने जाते थे येचुरी एक राजनेता के साथ एक विचारधारा भी थे, सर्वदलीय नेताओं में काफी लोकप्रिय रहे दो बार राज्यसभा का संसद सदस्य के रूप में सफल कार्य किया, छात्र राजनीति के दौरान 3 बार जेएनयू के अध्यक्ष एवं 3 बार सीपीएम महासचिव के पद पर आसीन रहे उनका सामाजिक जीवन हमेशा याद किया जाएगा . उनके असामयिक निधन पर भारत के तमाम लोगो के अलावा दुनिया के 121 देशों ने इन्हे शोक व्यक्त किया है इससे अंदाजा लगाना चाहिए कि उनका व्यक्तित्व कितना अहम और उच्चस्थ था .
श्री यादव ने कहा कि सीताराम येचुरी दिवंगत होकर भी अमर हो गए उनका मृत शरीर एम्स अस्पताल को दान कर उनके परिवारजनों ने इतिहास में सदैव राष्ट्र को समर्पित कर दिया ! राजद की ओर से श्रद्धा सुमन श्रद्धांजलि अर्पित कर उन्हें कोटि कोटि नमन करते हैं.
कार्यक्रम में रामकुमार यादव शब्बर फातमी शिक्षानंद मुर्मू जोवाना हेंब्रम भवन सिंह लालदेव शाहू हरेंद्र सिंह रमाकांत महतो महेंद्र कुमार सुरेन्द प्रसाद सहित अनेक लोग मौजूद थे .