NEWS7AIR

औद्योगिक विकास हेतु जीडको और एमएसएमई मंत्रालय की समीक्षात्मक बैठक

झारखण्ड: एमएसएमई के सामने आनेवाली समस्या और चुनौतियों पर चर्चा करने और उनका समाधान एमएसएमई मंत्रालय, भारत सरकार के रैंप कार्यक्रम के माध्यम से करने हेतु आज झारखण्ड इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक वरूण रंजन की अध्यक्षता में आहूत बैठक में झारखण्ड चैंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों ने मुख्य रूप से हिस्सा लिया। बैठक में भारत सरकार के एमएसएमई मंत्रालय की डिप्टी डायरेक्टर डॉ0 राजेश्वरी केआर और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।

बैठक के माध्यम से अधिकारियों ने उद्यमियों से यह जानने की कोशिश की कि झारखण्ड में एमएसएमई के विकास में आनेवाली क्या-क्या चुनौतियां हैं अथवा नया इंडस्ट्री सेटअप करने में उद्यमियों को क्या परेशानियां होती हैं। चैंबर महासचिव परेश गट्टानी ने एमएसएमई के विकास से जुडे बिंदुओं से अधिकारियों को अवगत कराया। बताया कि उद्यमियों पर अनावश्यक कंप्लायंस का भार कम करना आवश्यक है ताकि उद्योग का संचालन करना आसान हो सके। जियाडा द्वारा औद्योगिक क्षेत्र में आवंटित किये जानेवाले भूखंड की प्रक्रिया में सुधार की आवश्यकता है। यह भी सुझाया गया कि उद्योगों को लोन मुहैया करानेवाले सरकारी संस्थानों द्वारा सीजीटीएमएसई योजना के तहत जो शुल्क निर्धारित है, उसे सब्सिडाईज्ड किया जाय। इससे उद्यमी प्रोत्साहित होंगे।

उद्योगों के संचालन में निर्बाध विद्युत आपूर्ति की अनुपलब्धता पर कोषाध्यक्ष ज्योति कुमारी ने चिंता जताई और कहा कि बिजली के वैकल्पिक स्त्रोत सोलर एनर्जी पर फोकस किया जाना आवश्यक है। यह कहा कि डोमेस्टिक में सब्सिडी है लेकिन कमर्शियल में सब्सिडी नही है, पूर्व में कमर्शियल में भी सब्सिडी राज्य सरकार के द्वारा प्रोत्साहन में दी जा रही थी उसे पुनः शुरू करना चाहिए। इससे उद्यमी सोलर एनर्जी की ओर शिफ्ट होंगे और इससे विद्युत भार भी कम होगा। स्थानीय स्तर के उद्योगों के विकास हेतु उन्होंने यह भी सुझाया कि एमएसएमई मंत्रालय द्वारा झारखण्ड में एक्सपो/एक्जिबीशन भी लगाये जायें ताकि माइक्रो और स्मॉल इंडस्ट्री स्केलअप कर सकें और अन्य राज्यों से भी जुड पायें।

विभागीय अधिकारियों ने चैंबर के सभी सुझावों को एमएसएमई के हित में मानते हुए, त्वरित कार्रवाई के लिए आश्वस्त किया। बैठक में चैंबर के उद्योग उप समिति के चेयरमेन बिनोद अग्रवाल, रैंप के अनिरबन घोष, प्रज्ञारंजन, डॉ0 मिलन शर्मा, शाकिब अहमद उपस्थित थे।

You might also like
Leave A Reply

Your email address will not be published.