रांची: रांची मंडल के कमांडेंट पवन कुमार के निर्देश पर तस्करों के खिलाफ लगातार अभियान जारी है। उसी क्रम में दिनांक 24.06.2024 को AHTU टीम रांची, नन्हे फरिश्ते रांची के साथ निरीक्षक दिगंजय शर्मा की निगरानी में रेलवे स्टेशन रांची पर चेकिंग के दौरान प्लेटफार्म संख्या दो तथा तीन के पास दो नाबालिग लड़कियों को एक पुरुष व्यक्ति के साथ संदिग्ध स्थिति में बैठे देखा। बाद में उस व्यक्ति के साथ स्टेशन पर उनकी उपस्थिति के बारे में पूछताछ की लेकिन वे ठीक से जवाब नहीं दे सके, इसलिए उन सभी को RPF पोस्ट रांची लाया गया।
आरपीएफ निरीक्षक रांची ने महिला स्टाफ की मौजूदगी में उनसे एक-एक करके पूछताछ की तो पता चला कि दोनों लड़कियां दोनों लड़कियों को पोल्ट्री फॉर्म के मालिक से 15,000 रुपये के बदले हरियाणा राज्य के अंबाला में एक पोल्ट्री फॉर्म में सौंपने के लिए रेलवे स्टेशन रांची लाया गया था।
दोनों बचाए गए नाबालिगों से पूछताछ और उपरोक्त हिरासत में लिए गए व्यक्ति के कबूलनामे से यह बिल्कुल स्पष्ट था कि दोनों नाबालिगों को उक्त पोल्ट्री के मालिक से दलाली शुल्क प्राप्त करके हरियाणा में जबरन श्रम के लिए भेजा जा रहा था। सभी कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद, उपरोक्त व्यक्ति अनिल मंसिद ओरेया को उपनिरीक्षक सोहन लाल द्वारा गिरफ्तार किया गया और आगे की कार्रवाई के लिए एएचटीयू थाना कोतवाली को सौंप दिया गया।
इस संबंध में एएचटीयू पीएस कोतवाली ने उक्त व्यक्ति के खिलाफ मामला बीएनएस और 75/81 जेजे अधिनियम पंजीकृत करके अनुसंधान शुरू किया। दोनों लड़कियों को सीडब्ल्यूसी/रांची के मौखिक आदेश के अनुसार उनकी सुरक्षा के लिए प्रेमाश्रय रांची को सौंप दिया गया।