जेल में विचाराधीन कैदी की आत्महत्या पर झालसा के कार्यपालक अध्यक्ष, सुजीत नारायण प्रसाद गंभीर
झालसा को टीम गठित कर केंद्रीय कारा का निरीक्षण करने का दिया आदेश
रांची : विभिन्न अखबार में छपी खबर विचाराधीन कैदी सोमरा उरांव की आत्महत्या पर झारखण्ड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश-सह-कार्यपालक अध्यक्ष, झालसा सुजीत नारायण प्रसाद ने संज्ञान लिया है एवं झारखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार, रांची एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकार, रांची को यह आदेश दिया हैं कि वह तत्काल टीम गठित कर बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा का निरीक्षण करें एवं मृतक के परिजनों को उचित विधिक सहायता प्रदान करें।
इस निर्देश का पालन करते हुए झालसा के उप-सचिव श्री अभिशेक कुमार एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकार, रांची के सचिव श्री कमलेश बेहरा स्वयं त्वरित निरीक्षण हेतु बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा पहुंचे और मृत्यु का स्पॉट नीरिक्षण किया एवं सीसीटीवी फुटेज का भी अवलोकन किया। मृतक के परिजनों को भी त्वरित जानकारी दी क्योंकि मृतक एवं उसके परिवारवाले लोहरदगा के खकपतरा गांव के रहनेवाले है इसलिए जिला विधिक सेवा प्राधिकार, लोहरदगा से सम्पर्क स्थापित कर मृतक के परिवारवालों को विधिक सहायता प्रदान करने हेतु सूचित किया।
इस पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार लोहरदगा तुरंत मृतक के परिवारवाले से मिलकर नालसा के एसओपी एवं प्रोजेक्ट कर्त्तव्य के तहत मृतक के परिवारवालों को सभी आवश्यक सामग्री उपलब्ध करायी गयी और मृत्क के परिवारवालों को विभिन्न सरकार के कल्याणकारी योजना से जोड़ने की प्रक्रिया को भी आगे बढ़ाने की प्रक्रिया को शुरू कर दी है।
ज्ञात हो दिनांक 05.07.2024 को विचाराधीन कैदी सोमरा उरांव होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में शुक्रवार की सुबह 4.30 बजे जेल अस्पताल के बाथरूम में गमछे के सहारे फांसी पर लटककर जान दे दी थी। वह अपनी पत्नी की हत्या के जुर्म जेल में 2017 से बंद था।