राँची: आजसू पार्टी के वरीय उपाध्यक्ष व गिरिडीह के सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी ने ललपनिया स्थित तेनुघाट थर्मल पावर स्टेशन( टीवीएनएल) में व्याप्त भ्रष्टाचार और इसमें शामिल मौजूदा प्रभारी प्रबंध निदेशक अनिल कुमार शर्मा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने इसको लेकर मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन का भी ध्यान आकृष्ट कराया है। उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा है कि टीवीएनएल में जिस प्रकार से भ्रष्टाचार व्याप्त है और मौजूदा प्रभारी प्रबंध निदेशक पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं ऐसे में उन्हें तत्काल प्रभारी प्रबंध निदेशक के पद से हटाकर उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाए और किसी योग्य पदाधिकारी को टीवीएनएल की जवाबदेही दी जाए। उन्होंने कहा कि टीवीएनएल में भारी भ्रष्टाचार, नियुक्ति में अनियमितता, विस्थापितों के समझौता के अनुसार नियोजन व मुआवजा भुगतान में अनियमितता किया जा रहा है। क्षेत्र भ्रमण के दौरान उन्हें टीवीएनएल में प्रभारी प्रबंध निदेशक के द्वारा संगठित रूप से भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है, की जानकारी हमें प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा कि एक साजिश के तहत वर्ष 2021 में प्रबंध निदेशक अरविंद कुमार सिंह के विरुद्ध आरोप लगाकर उन्हें त्यागपत्र देने के लिए मजबूर किया गया और एक जूनियर अधिकारी अनिल कुमार शर्मा को प्रबंध निदेशक का प्रभार दिया गया। मौजूदा समय में अनिल कुमार शर्मा महाप्रबंधक और प्रबंध निदेशक दोनों के प्रभार में है जबकि डीपीओ एंड वर्क एंड प्रोक्योरमेंट पॉलिसी 2012 में टीवीएनएल का महत्वपूर्ण प्रबंधकीय निर्णय व वित्तीय शक्ति उक्त दोनों पद पर निहित है। इस प्रकार विगत 3 वर्षों से प्रभार में चल रहे एक व्यक्ति के द्वारा दोनों प्रकार का निर्णय किया जा रहा है। यही नहीं अपनी शक्ति का दुरुपयोग कर कई निर्णय नियम हित के विपरीत में लिया गया है। उन्होंने कहा कि प्रभारी प्रबंध निदेशक बनते अनिल कुमार शर्मा ने अपने राजनीतिक संरक्षक के साथ मिलकर अशोक प्रसाद, आशीष शर्मा, राजीव कुमार, सुनील कुमार, राकेश कुमार एचआर (मुख्यालय व ललपनिया) आकस्मिकता के आधार पर संविदा में नियुक्त कर्मी प्रभात कुमार स्थानीय जयराम हांसदा के बीच टीवीएनएल में अनियमितता करने के उद्देश्य से एक संगठित ग्रुप बनाकर कार्य आवंटित किया गया और तब से यह ग्रुप अनियमितता को अंजाम दे रहा है। उन्होंने कहा कि प्रभारी प्रबंध निदेशक अपने राजनीतिक संरक्षक स्थानीय पूर्व विधायक के साथ मिलकर उनके बेटे के नाम, रिश्तेदार, निजी सहायक व अन्य करीब सप्लायर के नाम क्रमशः मेसर्स पीके इंटरप्राइजेज, मेसर्स गणेश इंटरप्राइजेज, मेसर्स जैन इंटरप्राइजेज, मेसर्स आदित्य इंटरप्राइजेज, मेसर्स सुशीला इंटरप्राइजेज व मेसर्स कपूर इंटरप्राइजेज नाम से फॉर्म बनाकर करीब 124 करोड़ से अधिक का कार्यदेश देकर फर्जी निकासी भी कर लिया गया है। इस प्रकार टीवीएनएल के सभी निविदा दाताओं एसबीडी के नियमों का घोर उल्लंघन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रभारी प्रबंध निदेशक ने योगदान देते ही 35 से 40 लाख का घोटाला में शामिल व दोषी अशोक प्रसाद को दंड दिए जाने वाली संचिका को नष्ट कर दिया। अब तक सरकारी कागजात को नष्ट करने व गायब करने पर भी प्रभारी प्रबंध निदेशक के द्वारा अब तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं किया गया है। इससे स्पष्ट होता है कि उनके द्वारा ही साजिश रची गई। उन्होंने कहा कि टीवीएनएल में सेवा शर्त नियमावली के विपरीत प्रोन्नति नहीं दी जा रही है। प्रबंध निदेशक के द्वारा इसमें मनमानी किया जा रहा है। मनमानी का यह आलम है कि कनीय अभियंता, अभियंता सहायक व कर्मचारियों को प्रोन्नति जा रही है। इसके कई उदाहरण है। जबकि स्थायी व विस्थापित कर्मियों की 25 वर्षों से पदोन्नति लंबित है। मगर इस पर अब तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है। यही नहीं प्रभारी प्रबंध निदेशक और उनके कार्यालय में कार्यरत अशोक प्रसाद, आशीष शर्मा, राजीव कुमार, प्रभात कुमार, तेजेन्द्र मल्होत्रा व सहायक अभियंता सुनील कुमार के द्वारा निविदाओं व बाह्य स्रोतों से कार्य कर एजेंसियों से अवैध वसूली की जाती है। इसको लेकर पूर्व में मुख्य सचिव को अवगत कराया गया है मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि प्रभारी प्रबंध निदेशक के द्वारा जल अधिनियम, जल प्रदूषण व निवारण नियंत्रण अधिनियम, वायु अधिनियम व पर्यावरण संरक्षण अधिनियम और प्रथम व तृतीय अधिनियम के अंतर्गत राज्य सरकार द्वारा बनाए गए नियम व द्वितीय एवं चतुर्थ अधिनियम के अंतर्गत केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। राज्य की महत्वपूर्ण दामोदर नदी में सीधा- अवांछित रसायन व अवशिष्ट बहाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि टीवीएनएल के आर्टिकल ऑफ एसोसिएशन ऑफ टीवीएनएल 49 के तहत प्रबंध निदेशक की नियुक्ति राज्यपाल के सहमति के उपरांत किया जाना है परंतु अब तक इस नियमावली का अनुपालन नहीं किया गया है। उन्होंने मुख्यमंत्री को लिखे अपने पत्र में टीवीएनएल में व्याप्त भ्रष्टाचार व सहायक प्रबंध निदेशक के नियम विरुद्ध कार्य करने व भ्रष्टाचार में लिप्त रहने की कारगुजारी को विस्तार से रखा है।*