राँची: आजसू पार्टी के केंद्रीय महासचिव व गोमिया विधायक डॉ लंबोदर महतो ने राज्य के मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन से मिलकर अपने विधानसभा क्षेत्र की जन समस्या व राज्य के ज्वलंत मुद्दों को लेकर चर्चा की।
उन्होंने मुख्यमंत्री का ध्यान झारखंड की जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषाओं के लिए अलग-अलग भाषा अकादमी का गठन करने की ओर आकृष्ट कराया और उनसे कहा कि ऐसा होने से भाषाओं का विकास व संवर्धन हो सकेगा।
उन्होंने मुंडारी, कुडुख, हो, खड़िया, संथाली, कुरमाली, खोरठा, नागपुरी व पंचपरगनिया भाषा की पढ़ाई क्लास वन से लेकर पीजी तक सुनिश्चित करने पर भी बल दिया है और जनजातीय व क्षेत्रीय भाषा के शिक्षकों की पद को स्वीकृति करते हुए इन पदों पर शिक्षकों की बहाली की मांग की है।
उन्होंने जातीय जनगणना कराने और लंबित विधेयक को स्वीकृत करने की भी मांग की है। लंबित विधेयक के लिए कानूनी दृष्टिकोण अपने का आग्रह किया है। उन्होंने 1932 खतियान आधारित स्थानीय व नियोजन नीति बनाने की दिशा में जरूरी कार्य करने और राज्य में डीएमएफटी में पड़े करोड़ों की राशि को विकास योजनाओं के लिए जारी करने, तेनुघाट डैम को पतरातू डैम की तर्ज पर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के सरकारी प्रस्ताव को मूर्तरूप रूप देने और बेरमो अनुमंडल को जिला बनाने की दिशा मे सकारात्मक पहल की अपेक्षा जताई है।
साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री का ध्यान गझंडी से हरलुंग भाया चतरो चट्टी और रजरप्पा से लेकर ललपनिया भाया बड़की पन्नू सड़क निर्माण की लंबित प्रशासनिक स्वीकृति की ओर भी ध्यान आकृष्ट कराया और उनसे इस विषय पर शीघ्र समुचित कदम उठाने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने डॉ लंबोदर महतो की बातों व मांगो को ध्यान पूर्वक सुनकर सभी विषयों पर संबंधित विभाग को समुचित दिशा निर्देश देने को लेकर आश्वस्त किया।