भारतीय जनता ने ऐसा फैसला दिया है, जिसे भारतीय राजनीति में लंबे समय तक याद रखा जाएगा। उन्होंने भाजपा और उसके सहयोगियों को ऐसी जीत दी है जो हार जैसी लगती है.और उन्होंने कांग्रेस गठबंधन को ऐसी हार दी है जो जीत जैसी लगती है।
सब मिल गए बावजूद इसके 50-60 सीट से ज्यादा नहीं घटा पाए नरेंद्र मोदी को लेकिन नैरेटिव ये है कि देश ने मोदी को नकार दिया है। जबकि वास्तविकता है कि बीजेपी ओडिशा में ऐतिहासिक जीत हुयी है। . आंध्रप्रदेश, अरुणाचल प्रदेश में सरकार बन रही है..एमपी – दिल्ली – गुजरात में क्लीन स्वीप है.. दक्षिण और ओडिशा में सीटें जबरदस्त बढ़ी हैं..
सिंगल लार्जेस्ट पार्टी बीजेपी है..लेकिन नैरेटिव ये सेट किया जा रहा है, कि मोदी को हरा दिया..मोदी को कमजोर कर दिया..खुद की सरकार, बने, या ना बने..मोदी को कमजोर कर दिया है..इसी में खुश हैं..
अरे भाई, कमजोर कोई हुआ है इस मैंडेट से, तो वो है देश..भारत इकलौता ऐसा देश होगा जो 8% की विकास दर से बढ़ने के बावजूद आज टाइम मशीन में बैठकर 90 के दशक में वापस चला गया है..जहां इससे पूछो, उससे समझो (समझौते वाली) सरकारें चला करती थीं..शायद देश को यही मंजूर है..
परंतु निश्चित रूप से तीसरी बार नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री के रूप में फिर से 5 वर्ष का कार्यकाल प्रारंभ करने जा रहे हैं.. 1962 के बाद आप देश के पहले प्रधानमंत्री है, जो लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं. .
दस साल सत्ता में रहने के बाद कांग्रेस 44 सीटों पर सिमट गई थी..किंतु दस साल सत्ता में रहने के बाद, भाजपा अब 241 सीटों पर बैठी है..
यही अंतर है..! 98 सीट वाले कह रहे हैं.. कि 241 सीट वाले को जनता ने नकार दिया है..इससे दिलचस्प नतीजे और क्या होंगे..
भाजपा का इस चुनाव में संपूर्ण देश में विस्तार हुआ है.. केरल में भी खाता खुला है..और मध्य प्रदेश जैसे राज्य में कांग्रेस के अधिकांश उम्मीदवार लाखो मतों पराजित हुए हैं..देश का पहला ऐसा चुनाव है.. जिसमें, जो पार्टी जीती है.. उससे ज्यादा खुशी हारने वाली पार्टी मना रही है..
जितनी सीटे अकेली भारतीय जनता पार्टी ने जीती है..इतनी सीटें सारे इंडिया गठबंधन वालों ने मिलकर भी नहीं जीती है..
आज ठाकुर भी खुश है..जाट भी खुश है..आज यादव भी खुश है..आज दलित भी खुश है..आज मुस्लिम भी खुश है..बस आज देशभक्त निराश है..!
जिनके आने की आहट मात्र से शेयर बाजार गिरा पड़ा है.. वो अगर सचमुच आ जाते तो बर्बादी का अंदाज़ा आसानी से लगाया जा सकता है..
सबसे ज्यादा सीट बीजेपी की..भारत मे सबसे ज्यादा मत लगभग 38%भाजपा को मिले..सबसे ज्यादा मतों से बीजेपी प्रत्याशी जीते, जो रिकॉर्ड है.. अनेक प्रदेशों मे विपक्ष का सफाया कर दिया.. 10 साल की सरकार के बाद भी सबसे बडी पार्टी..फिर ये.लगभग, 23%मत पाने वाले ऐसा क्यों कह रहे है की इनको नकार दिया, समझ नही आ रहा है।
हम भारत के लोग लोग..मतदान में रुचि 60℅ एग्जिट पोल में रुचि 99℅और..मतगणना में रुचि 101℅ की रखते हैं।..आज से EVM सती सावित्री घोषित हुई..हम हिन्दू ऐसी गाय हैं..जो पालने वाले किसान से नाराज होकर..कसाई के पास चले जाते हैं..
आईपीएस अन्ना मलाई चुनाव हार रहा है..और जेल में बंद आतंकवादी अमृतपाल 1लाख+ से जीत रहा है..कल्पना कीजिए क्या सोच है..
रामायण का अंतिम ज्ञान यह है कि..राजा राम ने कितना भी कष्ट सहकर प्रजा को सुखी संतुष्ट करने का अथक परिश्रम से प्रयास किए..किंतु संपूर्ण प्रजा कभी भी संतुष्ट नहीं हुई..क्या वही स्थिति आज भी नहीं है ?